
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का दसवां दिन राजनीतिक हंगामे की भेंट चढ़ गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर ED की छापेमारी को लेकर कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार विरोध किया, जिसके चलते कार्यवाही बाधित हो गई। “ईडी से डराना बंद करो” जैसे नारों के साथ विपक्षी विधायकों ने सत्ता पक्ष पर “जांच एजेंसियों के दुरुपयोग” का आरोप लगाया।
गर्भगृह तक पहुंचे विपक्षी विधायक, स्पीकर ने किया निलंबित!
प्रश्नकाल शुरू होने से पहले ही कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को सदन में उठाया, लेकिन स्पीकर ने उन्हें शून्यकाल के दौरान बहस की अनुमति देने की बात कही। बावजूद इसके, विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित करने का आदेश दे दिया।
निलंबन के बावजूद कांग्रेस विधायकों ने सदन के भीतर ही धरना देकर प्रदर्शन जारी रखा।
भाजपा का पलटवार – “विपक्ष गैर-जिम्मेदार”
इस हंगामे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि “कांग्रेस नियम-कायदों का पालन नहीं करना चाहती, इसलिए वे सदन में हंगामा कर रही है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपनी बात रखने के लिए संसदीय नियमों का पालन करना चाहिए था।
क्या है पूरा मामला?
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास समेत राज्यभर में 14 ठिकानों पर ED की छापेमारी हुई थी, जिसे कांग्रेस ने “राजनीतिक प्रतिशोध” बताया है। इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस और भाजपा में टकराव बढ़ता जा रहा है।













