नई दिल्ली : हिंदी फिल्मों में लीड हीरो और विलेन की भूमिकाएं वाही लूटने वाले कॉमेडियन देवेन वर्मा (देवेन वर्मा) आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनका हर विवरण आज भी दर्शकों के संग्रह में बसता है। नायक और खलनायक की संभावनाओं के अलावा कुछ अन्य भूमिकाओं में भी वह नज़रें गड़ाए हुए हैं। ज्यादा साइड रोल में नजर आएं कलाकारों को शायद ही कभी कोई लोकेशन मिले। बहुत कम लोग जानते हैं कि देवेन वर्मा का अशोक कुमार से एक खास रिश्ता था। क्या, आइए जानते हैं।
देवेन वर्मा ने अपने हर किरदार में अपनी शानदार एक्टिंग और कॉमिक टाइमिंग के चलते कॉमेडी रोल करने वाले सितारों के बीच अपनी खास पहचान बनाई। 70 के दशक में उन्हें कॉमेडी में टक्कर देने वाला कोई नहीं था। कई फिल्मों में तो वह अपने कॉमिक स्टाइल से लीड रोल वाले स्टार्स पर भी भारी-भरकम नजर आते थे। अपने कॉमिक टैलेंट से देवेन वर्मा ने हिंदी सिनेमा जगत में खूब नाम कमाया। फिल्मों में पहला ब्रेक उन्हें बी आर चोपड़ा ने दिया था। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना ढक जमाते चले गए। अपने शानदार काम के लिए उन्होंने तीन फिल्म फेयर जीते थे।
गर्लफ्रेंड के कारण पहली बार फिल्म से बाहर, छवि पर भी लगे सवाल, आज करते हैं बॉलीवुड पर राज
यूं मिला था पहली फिल्म का सोना चांस
देवेन अपनी पढ़ाई के दौरान ही स्टेज शोज करने लगे थे। अभिनय के शौक उन्हें शुरू से ही थे। इसलिए अभिनय का कोई मौका वह अपने हाथ से जाने नहीं देते थे। लीड हीरो के साथ उनका कॉमिक अंदाज फिल्मों में होना बहुत जरूरी सा होता था। वह हर फिल्म में हीरो के दोस्त या भाई के रूप में उनका साथ देते नजर आते थे। वह मिमिक्री भी बहुत शानदार करते थे। शायद ही देवेन ने कभी सोचा हो कि मेरे ऐसा करने से एक दिन मेरी किस्मत के दरवाजे खुल जाएंगे। एक शो के दौरान बी आर चोपड़ा की नजर उन पर पड़ी देवेन का काम बहुत पसंद आया और उन्होंने देवेन को ‘धर्मपुत्र’ के लिए फाइनल कर लिया और इस तरह देवेन की फिल्मों में 600 रुपये प्रति माह के साथ पहली फिल्म में काम करने का मौका मिला।
एक साथ साइन कर डाली 16 फिल्में
पहली फिल्म फ्लॉप होने के बाद भी किस्मत से चमक आई थी। साल 1975 में आई फिल्म ‘धोनी मेरा काम’ देवेन के करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई। इस फिल्म से अपार सफलता मिलने के बाद उनके पास फिल्मों के ऑफर की लाइन लग गई। उस दौर में उन्होंने एक साथ 16 फिल्में साइन कर लीं थीं। इन फिल्मों के अलावा जिस फिल्म ने उन्हें घर-घर पहचान दी, वह गुलजार की फिल्म ‘अंगूर’ थी। इस फिल्म में देवेन संजीव कुमार के नौकर बहादुर की भूमिका में नजर आए। डबल रोल में उन्होंने लोगों का खूब दिल जीता। इस फिल्म में उनकी पहचान देख लोग हंस-हंसकर लोट-पोट हो गए थे।
तीन फिल्म फेयर से सम्मानित
अपनी अभिनय यात्रा में देवेन वर्मा ने ‘देवर’, ‘अनुपम’, ‘चोर के घर चोर’, ‘बेशरम’, ‘भोला बुराई’, ‘लोक-परलोक’ और ‘गोलमाल’ जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया। 70 के दशक में देवेन वर्मा इकलौते ऐसे कारीगर थे वास्तव में कोई सानी नहीं था। कॉमेडी के कारण उनकी इंडस्ट्री में काफी मांग थी। देवेन वर्मा ने तीन फ़िल्मों का दावा ठोंका फिल्म ‘चौरी मेरा काम’, ‘चोर के घर चोर’ और ‘अंगूर’ के लिए दिए थे। अपने पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों ही जीवन में देवेन वर्मा काफी खुशकिस्मत थे। उन्होंने दिग्गज अभिनेता अशोक कुमार की बेटी से शादी की थी।
“isDesktop=”true” id=”5776707″ >
बता दें कि अपने दमदार अभिनय के बूते देवेन ने हिंदी सिनेमा में 47 साल तक इंडस्ट्री में राज किया। आखिरी बार वे फिल्म ‘मेरी यार की शादी है’ में नजर आई थीं। उनके साथ अभिनय के साथ फिल्में बनाना भी काफी दिलचस्प था। अपने करियर में उन्होंने आठ फिल्में बनाईं जिनमें ‘बिग पैजेंट’, ‘बेशरम’ जैसी और भी कई फिल्में शामिल हैं। लेकिन 2 दिसंबर 2014 को देवेन का दिल का दौरा पड़ गया और किडनी फेल होने की वजह से मौत हो गई। इस तरह दर्शकों को हंसा हंसा कर लोट-पोट कर देने वाला तारा डूब गया। आज भले ही देवेन हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी शानदार भूमिकाएं लोगों के जहान में हमेशा जिंदा रहेंगी।
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज न्यूज, सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज वेबसाइट News18 हिंदी|
टैग: बॉलीवुड अभिनेता, मनोरंजन समाचार।, मनोरंजन विशेष
पहले प्रकाशित : अप्रैल 05, 2023, 20:10 IST