ज़ोरोब है कि कोविड-19 महामारी के दौरान चेतावनी का उल्लंघन करके सरकार के पूर्वानुमानों में हुए दावों (पार्टी) के बारे में उन्होंने संसद को दायर किया है या इस मुद्दे पर बुधवार को सांसद की एक समिति ने उनसे पूछताछ की है।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वह अपनी चर्चा में हैं और इस वजह से खुश नहीं हैं। ज़ोरोब है कि कोविड-19 महामारी के दौरान चेतावनी का उल्लंघन करके सरकार के पूर्वानुमानों में हुए दावों (पार्टी) के बारे में उन्होंने संसद को दायर किया है या इस मुद्दे पर बुधवार को सांसद की एक समिति ने उनसे पूछताछ की है। वहीं, जॉनसन ने एक बयान जारी कर कहा कि ”साक्ष्य स्पष्ट रूप से दिखा रहा है कि मैंने शपथ ली है या संसद को रास्ता नहीं दिया है।”
उन्होंने कहा, ”समिति ने एक भी ऐसा बयान पेश नहीं किया है, जो दिखाता है कि मैंने ऐसा किया है। करियर घोटालों को लेकर दावा भरना हो रहा है। यदि हाउस ऑफ कॉमन्स की विशेषाधिकार समिति इस निष्कर्ष पर पहुंचती है कि जॉनसन ने झूठा करार दिया है तो उन पर आरोप लगाया जा सकता है या फिर उन्हें संसद की अपनी सीट मिल सकती है। अगर जॉनसन समिति के खिलाफ कोई निष्कर्ष निकलता है तो 58 वर्षीय राजनेताओं का राजनीतिक करियर समाप्त हो सकता है। ज़ोस्टर है कि 2019 में जॉनसन के नेतृत्व में कंजरवेटिव पार्टी की जीत हुई थी, लेकिन जुलाई 2022 में उनकी पार्टी ने ही धन, नैतिकता और निर्णय संबंधी घोटाला/विवादों के सामने आने के बाद उन्हें हटा दिया।
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