सुपर हीरो फिल्मों की एक बात बड़ी अच्छी गठबंधन है कि उनके सुपर हीरो बनने की कहानी में सभी को बड़ा मज़ा आता है। पीटर पार्कर (पीटर पार्कर) को रेडियोएक्टिव स्पाइडर के काटने से स्पाइडरमैन (स्पाइडरमैन) बनने का मौका मिलता है, क्रिप्टोनाईट की वजह से क्लार्क केंट को सुपरमैन बनने का मौका मिलता है और अपने पिता की हत्या देखकर माता-पिता की हत्या होती है कर जुर्म से बदला लेने के लिए ब्रूस वेन अपने आपको बैटमैन के रूप में प्रस्तुत करते हैं। इस कड़ी में मार्वल कॉमिक्स की एवेंजर्स (द एवेंजर्स) सीरीज़ की सबसे लोकप्रिय और वैराग्य चरित्र, नताशा रोमनोव यानी ब्लैक विडो (ब्लैक विडो) को रूसी जासूस से अमेरिकन सुपर हीरो बनते हुए देखने वाला ये सोच कर देखेगा ‘ब्लैक विडो” देखें , शायद आपको थोड़ा कम मज़ा आएगा. फिल्म है तो अच्छी, मगर एक तो कहानी का विस्तार और उस पर ब्लैक विडो की सेक्स अपील को फिल्म मेकर्स ने नहीं दिखाया है।
मार्वल कॉमिक्स के आयरनमैन सीरीज़ के बेज़ में नताशा रोमानोव को एक रूसी एजेंट के रूप में सबसे पहले प्रस्तुत किया गया था। रूस से दग़ाबाज़ी कर के भाग लेने वाले एंटोन वांको प्रोफेसर को समाप्त करने के लिए नताशा को अमेरिका भेजा जाता है जहाँ वो टोनी स्टार्क यानी आयरन मैन की कंपनी में काम करने लगता है। वहीँ एक और रूसी एजेंट बोरिस तुर्गनेव, आयरनमैन की तकनीकें लेता है। प्रोफेसर वांको किसी तरह आयरनमैन को बचाते हैं, और बोरिस को समाप्त कर देते हैं। नताशा, तब हॉकॉय नाम के एक एरोंडाज को अपने साथ काम करने के लिए मना करता है ताकि वो आयरनमैन को खत्म कर सके। इस प्रक्रिया में उसे हॉकॉय प्यार करता है और वो रूस अमेरिका में बसना चाहता है।
रूस की ख़ुफ़िया एजेंसी केजीबी उस पर हमला करती है जिसके कारण हॉकॉय को अवेंजर्स के दल में शामिल होना पड़ता है। कुछ ही समय बाद नताशा को अपनी ताक़त का अधिकार होता है और अपने साथ रूसी सरकार की गैर-नींसाफी और हॉकॉय के प्यार की वजह से वो स्पाइडरमैन, डेयरडेविल के साथ काम करते हुए खुद का बदला ले लेता है। सबसे पहले अवेंजर्स, कैप्टन अमेरिका के साथ एक ख़ुफ़िया संस्थान हाइड्रा से लड़ने में वो टोनी स्टार्क की मदद करता है और फिर स्थिति बनती है कि उसे वहां से भाग कर छिप कर रहना है। ब्लैक विडो की ये फिल्म इसके बाद की कहानी है, जिसमें उनके बचपन के फ्लैशबैक के ज़रिये नताशा के ब्लैक विडो बनने की कहानी भी दिखाई गई है।
फिल्म की कहानी जैक शेफर और नेड बेन्सन ने लिखी है। दोनों ही लेखकों ने पहले फिल्में लिखी भी हैं और निर्देशित भी की हैं। इस वजह से कहानी की तेज धार स्पष्ट नजर आती है। फिल्म में स्क्रीनप्ले वाले एरिक पीयरसन ने पहले एवेंजर्स की फिल्मों में “रूट डॉक्टर” के तौर पर काम किया है। ये काम हॉलीवुड में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। स्क्रिप्ट डॉक्टर, किसी लेखक की पूरी तरह से लिखी गई फिल्म को एक डॉक्टर की तरह से जांचता -परखता है और अगर स्क्रिप्ट के हिस्से की नजर कम होती है तो वो स्क्रिप्ट डॉक्टर उनका इलाज करता है। एवेंजर्स की अधिकांश फिल्मों में एरिक ने यह भूमिका निभाई है। ब्लैक विडो के स्क्रीनप्ले राइट में एरिक ने समय सीमा का ध्यान नहीं रखा और कई सारी घटनाओं और चरित्रों को समेटने की कोशिश की है। एक बात जो स्क्रीनप्ले में खटकी है वो बचपन की कहानी है, जिसमें नताशा के चरित्र में कोई चरित्र नज़र नहीं आया, बल्कि उनके बालों की ब्लू स्ट्रीक के लिए।
नताशा की भूमिका में स्कारलेट जोहानसन ने शानदार अभिनय वाली पहली अवेंजर्स फिल्मों में अभिनय किया है, यहां उनका प्रदर्शन उतना ही रंगहीन लगा है। मार्वल कॉमिक्स के प्रमुख क्रिएटिव स्टैन ली और राइटर डॉन रीको ने ब्लैक विडो के चरित्र में बड़ा बदलाव किया है। स्कारलेट जोहानसन ने इसमें अपनी तरफ से स्टाइल, सेक्सीनेस और एक्स-फैक्टर डाला था। अवेंजर्स की लगभग हर फिल्म में उनके आने से दर्शकों को अलग मजा आता था। ब्लैक विडो, सभी एवेंजर्स के बीच सबसे शक्तिशाली और सबसे खतरनाक महिला चरित्र है। इस फिल्म में उनसे जो उम्मीद की गई थी, उनका बहुत कम हिस्सा देखने को मिला है। फ्लोरेंस पग में उनकी बहन की भूमिका है और यह उनकी पहली मार्वल फिल्म है। एलेना बेलवा की कहानी में फ्लोरेंस ने काफी प्रभावित किया है। उनका स्क्रीन प्रेजेंस भी काफी अट्रैक्टिव है। अन्य कलाकार जैसे रेचल वीस, डेविड हारबर, रे विंस्टन आदि ने अपने हिस्से की विशेषता ठीक की है।
मार्वल फिल्मों से और खास कर एवेंजर्स की सीरीज में इस तरह से गिरफ्तारी की उम्मीद नहीं थी। कहानी को दिखाने का तरीका बिल्कुल सटीक रस्ते की तरह नज़र आता है, कोई दावा नहीं है। अवेंजर्स में हमेशा विलन ज़ोरदार होते हैं फिर वो लोग भले ही परेशान हों, अल्ट्रॉन हो या फिर सबसे बड़ा थानोस। इस बार ड्रेकोव (रे विंस्टन) और उनकी बेटी एंटोनियो ड्रेकोव ओरी टास्क मास्टर (ओल्गा कुरिलेंको), दोनों ही दमदार नहीं थे। ओल्गा को जेम्स बॉन्ड की फिल्म “क्वांटम ऑफ सोल्स” में अच्छा काम करते हुए देखा गया है इसलिए निराशा हुई है। नताशा और उनकी बहन येलेना के बीच होने की वजह से पकना देखने वाले दंग रह जाएंगे। एक्शन भी सामान्य ही था, एक पल के लिए भी रोमांच का जज्बा नहीं हुआ। एवेंजर्स की फिल्मों में फाइनल में एक बड़ी लड़ाई होती है, लेकिन वो भी इतनी सामान्य नहीं थी।
उल्लेखनीय है कि ब्लैक विडो पहले लायंसगेट स्टूडियो बने थे और डेविड हायर ने भी 2004 में इसका निर्देशन किया था। इसी सीमित कारण से फिल्म नहीं बन पाई और 2006 में मार्वल स्टूडियोज के पास सारे वापस अधिकार आ गए। फिर 2010 में आयरनमैन 2 के साथ स्कारलेट जोहानसन ने ब्लैक विडो के रूप में अभिनय किया और अब मार्वल की एवेंजर्स श्रृंखला 24 फिल्म में सोलो हिरोइन की रूप में नजर आ रही हैं। चूँकि यह थिएटर और डिज़्नी+ ओटीटी पर एक साथ जारी किया गया था तो स्कारलेट ने डिज़्नी स्टूडियोज (ब्लैक विडो के डिस्ट्रीब्यूटर) पर मुकदमा दायर किया है।
ब्लैक विडो सिर्फ इसलिए देख सकते हैं कि मार्वल कॉमिक्स के फैन हैं। स्कारलेट जॉनसन से भी उम्मीद है कि यह और फिल्म से तो कटेगी नहीं। हालाँकि फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त कमाई की है और 2021 की 5वीं सबसे बड़ी फिल्म बनकर उभरी है लेकिन फिल्म में देखें कुछ खास नहीं है। अन्य एवेंजर्स फिल्मों की तरह इसमें भूतकाल और भविष्यकाल की कोई नहीं दिखी और फिल्म में कोई संकेत भी नहीं है कि आगे क्या होगा जैसा कि मार्वल के चाहने वाले हर बार कोई क्लू खोजते रहते हैं। न देखें तो भी.
विस्तृत रेटिंग
कहानी | : | |
स्क्रिनप्ल | : | |
डायरेक्शन | : | |
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प्रथम प्रकाशित : 11 सितंबर, 2021, 15:20 IST