सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र गुढा ने बुधवार को शहीद स्मारक पर सांसद मीणा और शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने बाद में दस्तावेज से बातचीत में कहा, किसे देश के लिए सर्वोच्च बलिदान ने अपने वीरांगनाओं को धरण पर बैठाया है तो यह हम सब के लिए शर्म की बात है।
शहीद हुए शहीद शहीदों के सभी राज्य सरकार द्वारा पूरी करने की मांग को लेकर भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी मीणा का धरना बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र गुढा ने बुधवार को शहीद स्मारक पर सांसद मीणा और शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने बाद में दस्तावेज से बातचीत में कहा, किसे देश के लिए सर्वोच्च बलिदान ने अपने वीरांगनाओं को धरण पर बैठाया है तो यह हम सब के लिए शर्म की बात है।
उन्होंने कहा कि बुधवार शाम को कैबिनेट की बैठक में अशोक गहलोत से बात करके शहीदों की अलग-अलग चाह का मामला उनकी संज्ञा में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि ”इन शहीदों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है और सरकार ने शहीद का स्तर दिया है। शहीदों के लिए घोषित पैकेज हम उन्हें दे देंगे। विशेषांक को अशोक गहलोत के संज्ञा में लाया जाएगा। बाद में मीणा प्रशासन में भागीदारों की सचिव आरती डोगरा से भी मिलीं।
उल्लेखनीय है कि सांसद मीणा ने इस्तीफा देने में शहीद सेंट्रल रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के तीन सिलसिल रोहिताश लांबा, हेमराज मीणा और जीतराम गुर्जर के साथ के साथ मंगलवार धरना शुरू किया था। मीणा ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार के मंत्री ने राज्य सरकार की ओर से शहीदों के दावे से किए गए वादों को पूरा नहीं किया है, जिनकी प्रतिमाओं का निर्धारण, अनुकम्पा के आधार पर परिजनों की नियुक्ति, उनके स्टेशनों में प्रदर्शन का निर्माण आदि शामिल हैं ।
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