
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में भाजपा विधायक पवन काजल भाषण: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सुखविंदर सिंह सुक्खू (सुखविंदर सिंह सुक्खू) की ओर से पेश किए गए बजट पर चर्चा चल रही है। बजट पर चर्चा के पाखंड पक्ष-विपक्ष के सदस्य एक-दूसरे को घोटालों का भी कोई मौका नहीं छोड़ते। किसी सीधे लहजे में तो कोई तंज कर अपने राजनीतिक आलोचकों को लिखने की जुगत में लगा है। ऐसा ही एक किस्सा हिमाचल प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही के दौरान हुआ, जब बीजेपी विधायक पवन काजल ने कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार (चंदर कुमार) को उनका धन्यवाद करने के लिए कहा।
बीजेपी विधायक पवन का जल बजट पर चर्चा का हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार से कहा कि कैबिनेट मंत्री को उनका धन्यवाद करना चाहिए। क्योंकि वह चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आ गए थे। इसके बाद अपनी बात को अधूरा छोड़ दिया, लेकिन सदन में बैठे सदस्य समझ गए कि पवन काजल की ओर इशारा कर रहे हैं?
कैबिनेट में जगह को लेकर काजल ने तंज किया
दरअसल, पवन काजल भी जिला कांगड़ा से संबंध रखते हैं। सीएम सुक्खू के बेहद करीबी पवन काजल चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हुए थे. पवन का जल इस ओर इशारा कर रहे थे कि अगर भी कांग्रेस में ही रहते हैं, तो चंद्र कुमार की जगह वही कैबिनेट मंत्री बने और ऐसे में चंद्र कुमार को यह मौका नहीं मिला। आरोपित है कि जिला कांगड़ा में कुल 15 सीटों से 10 सीटों पर कांग्रेस पार्टी की जीत हुई है। कांगड़ा के सबसे बड़े जिले के मुख्यमंत्री सुक्खू ने अपने मंत्रिमंडल में केवल एक ही विधायक को स्थान दिया है।
तीन चुनाव तीन अलग सिंबल पर जीते- पवन काजल
बीजेपी विधायक पवन काजल ने कहा कि वे पिछले तीन चुनावों में अलग-अलग सिंबल पर जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. साल 2012 के चुनाव में वे फ्रीज़ बेज़ फ़ाइट, साल 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे और साल 2022 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें ‘आया राम-गया राम’ कहा जा रहा है, तो उन्हें पकड़ लिया जाता है, क्योंकि वह जनता के हित के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जब जनता के साथ जुड़ना शुरू करना शुरू किया, तो उन्होंने पार्टी को छोड़ देना ही ठीक समझा। उन्होंने कहा कि वे जनता के सेवक हैं। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बाद पूरे प्रदेश में उन्हें सबसे ज्यादा 19 हजार 834 वोटों की लीड मिली है।
गगल एयरपोर्ट की भूमि का अनुबंध भी उठाया गया
इस दौरान विधानसभा में ईडी और एससीबीआई का जिक्र भी आया। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने पवन काजल से कहा कि वह ईडी और सीबीआई के डर से पार्टी छोड़कर चले गए। पवन काजल ने कहा कि केंद्रीय अधिकार से नहीं, बल्कि कांग्रेस के रूप में थे। पवन काजल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू के बजट में दिशा और दशा नजर नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन इस बजट में बेसहारा नेताओं का जिक्र नहीं किया गया है। पवन काजल ने विधानसभा में गग्गल हवाईअड्डे के विस्तारीकरण में भूमि अधिग्रहण का मामिला भी सदनों में जोरों-शोरों से उठाया।
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