UNITED NEWS OF ASIA. नेमिष अग्रवाल, नेमिष अग्रवाल | राजनांदगांव में चल रही पुलिस भर्ती प्रक्रिया में फिजिकल टेस्ट के दौरान भ्रष्टाचार के आरोपों और तनाव के बीच एक दर्दनाक घटना सामने आई है। भर्ती प्रक्रिया में लंबी कूद प्रभारी आरक्षक अनिल रत्नाकर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
घटनाक्रम:
- स्थान: रामपुर गांव, राजनांदगांव
- मृतक का नाम: अनिल रत्नाकर, निवासी खैरागढ़
- ड्यूटी: भर्ती प्रक्रिया में फिजिकल टेस्ट के दौरान लंबी कूद के प्रभारी
घटना के बाद मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि बड़े पुलिस अधिकारियों ने उनके भाई को प्रताड़ित किया और भर्ती घोटाले में छोटे कर्मचारियों को फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
मामले की पृष्ठभूमि:
- हाल ही में भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ था।
- पुलिस विभाग ने 4 दिन पहले इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी।
- घोटाले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई थी।
आरक्षक के भाई का बयान:
मृतक आरक्षक अनिल रत्नाकर ने आत्महत्या से पहले अपने हाथ पर लिखा कि पुलिस भर्ती घोटाले में बड़े अधिकारियों का हाथ है। उन्होंने यह भी बताया कि छोटे कर्मचारियों को फंसाने की साजिश हो रही है।
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग का बयान:
एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजनों को सूचित किया गया। जांच में पता चला है कि अनिल रत्नाकर घोटाले से जुड़े कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ चल रही जांच में शामिल थे।
भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया:
घटना पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर घटना की सीबीआई जांच की मांग की है।
मामले की संवेदनशीलता:
मामले की गंभीरता को देखते हुए अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या भ्रष्टाचार के आरोपों के दबाव ने इस युवा आरक्षक को आत्महत्या के लिए मजबूर किया।