
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ईडी की छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया और केंद्र सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया।
सचिन पायलट का बयान:
सचिन पायलट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा—
“छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel के यहां ED का छापा स्पष्ट रूप से केंद्र सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की मंशा को उजागर करता है। भाजपा ED, CBI जैसी एजेंसियों का उपयोग विपक्षी नेताओं को डराने और दबाने के लिए कर रही है।”
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री @bhupeshbaghel जी के यहाँ ED का छापा स्पष्ट रूप से केंद्र सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की मंशा को उजागर करता है।
भाजपा ED, CBI जैसी एजेंसियों को विपक्ष के नेताओं को डराने और दबाने के लिए इस्तेमाल कर रही है और एजेंसियों का दुरुपयोग अब एक सुनियोजित…
— Sachin Pilot (@SachinPilot) March 10, 2025
उन्होंने आगे कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज को कुचलने की राजनीति अब एक पैटर्न बन गई है, जो देश के लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरा है। कांग्रेस ऐसे हथकंडों से डरने वाली नहीं है और न्याय के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
भूपेश बघेल के साथ बेटे चैतन्य बघेल पर भी कार्रवाई
ईडी ने इस मामले में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल और उनके निकट सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार, यह छापा शराब घोटाले में उनकी संलिप्तता और शराब सिंडिकेट से जुड़े रिश्तों के कारण मारा गया है।
ईडी की जांच के अनुसार, 2019-2022 के दौरान छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले के जरिए 2,100 करोड़ रुपये से अधिक का भ्रष्टाचार हुआ, जिससे राज्य को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। इस घोटाले में कई बड़े राजनीतिक और प्रशासनिक चेहरे भी शामिल बताए जा रहे हैं।
BJP का पलटवार:
बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि “भ्रष्टाचार करने वालों को सजा मिलनी चाहिए, चाहे वे किसी भी दल के हों।” भाजपा नेताओं ने दावा किया कि ईडी की कार्रवाई पूरी तरह कानूनी और सुबूतों पर आधारित है।
क्या है ED की जांच का दायरा?
ईडी ने अब तक इस मामले में—
✅ 205 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं।
✅ पूर्व मंत्री कवासी लखमा, कांग्रेस नेता एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर, पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा सहित कई बड़े नाम गिरफ्तार किए गए हैं।
✅ शराब घोटाले से जुड़े अन्य 14 ठिकानों पर छापेमारी जारी है।
राजनीतिक हलचल तेज, विधानसभा में हंगामा
इस छापेमारी को लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायकों ने “ED से डराना बंद करो” के नारे लगाए, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हो गई। कांग्रेस विधायकों के विरोध के चलते स्पीकर को कई सदस्यों को निलंबित करना पड़ा।













