UNITED NEWS OF ASIA. असीम पाल, दंतेवाड़ा | दक्षिण बस्तर के पामेड़, बासागुड़ा और उसूर क्षेत्र में सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच एक बड़ी मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ PLGA बटालियन नंबर 01 और सेंट्रल रीजनल कमेटी (CRC) कंपनी के साथ हुई।
- 12 माओवादी ढेर:
- मुठभेड़ में पांच महिला माओवादियों समेत कुल 12 हार्डकोर माओवादी मारे गए।
- मारे गए माओवादी PLGA बटालियन और CRC कंपनी के सदस्य थे।
- मृतकों की पहचान की जा रही है।
- बरामद हथियार और सामग्री:
- 02 नग 303 राइफल
- 01 नग 12 बोर राइफल
- 01 नग 315 बोर राइफल
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- 01 नग बटालियन तकनीकी टीम द्वारा निर्मित रॉकेट लॉन्चर
- 03 नग BGL लॉन्चर
- 04 नग मज़ल लोडिंग राइफल
- भारी मात्रा में विस्फोटक, वायरलेस सेट, माओवादी साहित्य और दैनिक उपयोगी सामान
- माओवादी कैंप ध्वस्त:
- माओवादियों का कैंप पूरी तरह से नष्ट किया गया।
- मौके पर मौजूद औजार बनाने की सामग्री और लेथ मशीन भी नष्ट की गई।
यह मुठभेड़ 16 जनवरी 2025 की सुबह लगभग 9:00 बजे शुरू हुई। बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा जिलों की DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड), STF, कोबरा और CRPF की 229वीं बटालियन की संयुक्त टीम ने माओवादियों के खिलाफ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
कमांडर हिड़मा और बारसे देवा भागे: मुठभेड़ के दौरान कुख्यात नक्सल कमांडर हिड़मा और बारसे देवा समेत PLGA बटालियन नंबर 01 और CRC कंपनी के अन्य कैडर घने जंगलों और पहाड़ियों में भाग गए।
पुलिस का बयान: पुलिस महानिरीक्षक (IG) बस्तर रेंज, सुंदरराज पी ने बताया कि सुरक्षाबलों को पामेड़, उसूर और बासागुड़ा के जंगलों में माओवादियों की उपस्थिति की पुख्ता जानकारी मिली थी। इसके आधार पर संयुक्त टीम ने अभियान चलाया।
बीजापुर के थाना पामेड़, बासागुड़ा और उसूर के आसपास के क्षेत्रों में चलाए गए इस अभियान में माओवादियों के ठिकानों को ध्वस्त करते हुए उनके हथियार और अन्य सामग्री जब्त की गई।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया: इस अभियान में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे माओवादियों के खिलाफ एक बड़ी जीत बताया है।
- पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज: सुंदरराज पी
- पुलिस महानिरीक्षक CRPF: राकेश अग्रवाल
- पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज: कमलोचन कश्यप
- पुलिस अधीक्षक बीजापुर: डॉ. जितेंद्र कुमार यादव
- पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा: गौरव राय
- पुलिस अधीक्षक सुकमा: किरण चव्हाण
यह मुठभेड़ नक्सल विरोधी अभियानों में एक महत्वपूर्ण सफलता है। सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई ने माओवादियों को बड़ा झटका दिया है और उनके कैंप और उपकरणों को ध्वस्त कर दिया गया है।