
UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के सातवें दिन सदन में जबरदस्त सियासी घमासान देखने को मिला। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के बीच तीखी बहस हुई। भूपेश बघेल ने बजट को “हस्तलिखित और अव्यवस्थित” बताया, तो अजय चंद्राकर ने कांग्रेस सरकार के चार साल के वित्तीय कुप्रबंधन और कोयला घोटाले पर तीखा हमला बोला।
भूपेश बघेल का हमला:
- “पहली बार हुआ कि वित्त मंत्री ने हस्तलिखित बजट पेश किया, वित्त सचिवालय पर ही भरोसा नहीं रहा।”
- “सरकार कह रही है कि रायपुर एयरपोर्ट से 76 फ्लाइट्स उड़ रही हैं, जबकि सच्चाई सिर्फ 26 की है।”
- “आवास योजना का इतना ढोल पीटा, लेकिन सिर्फ 13,000 मकान ही पूरे हुए।”
- “धान खरीदी में केंद्र ने अड़ंगा लगाया, फिर भी हमने किसानों को राहत दी।”
अजय चंद्राकर का पलटवार:
- “कांग्रेस सरकार में चार साल तक वित्तीय कुप्रबंधन था, राजस्व का अनुमान गलत निकला।”
- “कोयला घोटाले में इतनी दलाली हुई कि जेलों में जगह नहीं बची।”
- “18 लाख गरीबों को मकान देने से कांग्रेस ने रोक दिया।”
- “हमारी सरकार में वित्तीय घाटा 3% से कम रहा, केंद्र से इनाम में पुरस्कार राशि मिली।”
धर्मजीत सिंह का कटाक्ष:
- “कांग्रेस अब शांति की खोज में है, क्योंकि हर चुनाव में पराजित हो रही है।”
- “रामलला के दर्शन का अधिकार छत्तीसगढ़ की जनता का है, विपक्ष को इससे तकलीफ क्यों?”
- “महतारी वंदन योजना कांग्रेस को विपक्ष में बैठाने के लिए काफी है।”
बजट पर तीखी बहस जारी:
सदन में सियासी आरोप-प्रत्यारोप के बीच बजट पर बहस जारी रही। कांग्रेस ने सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाए, तो भाजपा ने पूर्ववर्ती सरकार की नाकामियों को उजागर किया। आने वाले दिनों में बजट सत्र और भी गरमाने की संभावना है।













