UNITED NEWS OF ASIA. रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आरोपों पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने तीखा पलटवार किया है। शर्मा ने कहा कि वह कांग्रेस पर बिना आधार आरोप नहीं लगा रहे हैं, बल्कि तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने भूपेश बघेल को चुनौती दी कि वे यह स्पष्ट करें कि कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव और उत्तरी जांगड़े पार्टी में नहीं हैं।
गृहमंत्री विजय शर्मा का पलटवार:
गृहमंत्री ने कहा,
“भूपेश बघेल बच्चों के पीछे खड़े होकर राजनीति करते हैं। मैं कांग्रेस को फंसाने का प्रयास नहीं कर रहा हूं, बल्कि उनके कार्यकर्ताओं और नेताओं की करतूतें ही उन्हें कटघरे में खड़ा कर रही हैं।”
विजय शर्मा ने कांग्रेस का एक पत्र दिखाते हुए बताया कि कांग्रेस के पदाधिकारी ने बीजापुर प्रेस क्लब को पत्र लिखकर पत्रकार मुकेश चंद्राकर के बहिष्कार की मांग की थी। यह पत्र कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के संदर्भ में लिखा गया था।
नक्सली मुठभेड़ पर गृहमंत्री का बयान:
अभूझमाड़ में हाल ही में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ पर गृहमंत्री ने कहा कि इस मुठभेड़ में चार वर्दीधारी नक्सली मारे गए हैं। मौके से AK-47 और SLR जैसे हथियार बरामद किए गए हैं। इस दौरान नक्सली हमले में शहीद हुए जवान सन्नू कारम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शर्मा ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
भूपेश बघेल के आरोप:
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा था कि भाजपा हर घटना में कांग्रेस को घसीटने का प्रयास करती है। उन्होंने बलौदाबाजार हिंसा का उल्लेख करते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा को निकम्मा करार दिया और कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही के कारण यह घटना घटी।
बघेल ने आरोप लगाया कि बिना जांच के लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। लोहरीडीह कांड में 23 लोगों को महीनों जेल में रखा गया, बाद में सबको छोड़ दिया गया। उन्होंने बलौदाबाजार घटना की जांच के लिए हाईकोर्ट जज की निगरानी में SIT गठन की मांग की।
गृहमंत्री ने किया आरोपों का खंडन:
शर्मा ने कहा,
“कांग्रेस अपने नेताओं और पदाधिकारियों के कृत्यों की जिम्मेदारी लेने से बचती है और हर मामले को राजनीति का मुद्दा बना देती है। कानून और व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है, और दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा।”
सियासी माहौल गर्म:
भूपेश बघेल और गृहमंत्री विजय शर्मा के बीच जारी बयानबाजी ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। यह बहस आने वाले समय में और तीखी हो सकती है।