UNITED NEWS OF ASIA. भारती कौर, भिलाई। भिलाई के साकेत नगर निवासी और रेलवे में सहायक लोको पायलट के पद पर कार्यरत 28 वर्षीय आदर्श त्रिपाठी की मृत्यु ने पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। परिजनों ने रामनगर स्थित स्पर्श मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल पर गंभीर चिकित्सा लापरवाही और डॉक्टरों की अनुपस्थिति का आरोप लगाया है।
14 नवंबर 2024 की सुबह आदर्श शांति नगर के दशहरा मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे, तभी उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा। परिवार ने तुरंत उन्हें रामनगर स्थित स्पर्श हॉस्पिटल ले जाया। परिजनों के अनुसार, अस्पताल पहुंचने पर उन्हें बताया गया कि डॉक्टर सुबह 10:30 बजे के बाद उपलब्ध होंगे। इस बीच, मरीज का इलाज नर्सिंग स्टाफ और वार्ड बाय द्वारा किया गया।
परिवार का आरोप है कि उपचार के दौरान वार्ड बाय ने ऑक्सीजन मास्क हटा दिया, जिससे आदर्श को दूसरा दिल का दौरा पड़ा। डॉक्टर की देरी और सही समय पर इलाज न मिलने के कारण आदर्श की स्थिति और बिगड़ गई। डॉक्टर के 10:30 बजे आने के बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया, लेकिन उनकी हालत स्थिर नहीं हो सकी। कुछ समय बाद परिवार को सूचित किया गया कि आदर्श का हृदय पूरी तरह काम करना बंद कर चुका है।
परिजनों के आरोप:
मृतक के पिता, विनोद कुमार त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि अगर डॉक्टर समय पर उपलब्ध होते तो उनके बेटे की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने यह भी कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र में दर्ज मृत्यु का समय संदिग्ध है। परिवार ने जिला चिकित्सालय के स्वास्थ्य विभाग से शिकायत की है और दोषी अस्पताल प्रबंधन व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
समाज में आक्रोश:
यह घटना अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सा सुविधाओं में सुधार की जरूरत पर सवाल खड़ा करती है। परिवार और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
जांच और कार्रवाई की मांग:
स्वास्थ्य विभाग से इस मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की गई है। मृतक के परिवार का कहना है कि ऐसी लापरवाही से और लोगों की जान जोखिम में न पड़े, इसके लिए कठोर कदम उठाए जाने चाहिए।