कबीरधाम। पण्डरिया विधायक भावना बोहरा ने आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना मार्यादित पण्डरिया का निरिक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को साफ़ तौर पर निर्देश दिए की किसी भी किसान की राशि बकाया न रहे और तय समय पर उनका भुगतान करें साथ ही किसानों की सुविधा को पहली प्राथमिकता देते हुए समस्याओं का त्वरित निराकरण करने के लिए भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
इस दौरान उन्होंने किसानों के बकाया भुगतान को जल्द करने, सुचारू रूप से कार्यों के निष्पादन तथा कारखाने की उत्पादक क्षमता को बढ़ाते हुए किसानों को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाने जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके साथ ही भावना बोहरा द्वारा सर्वसुविधायुक्त नवनिर्मित किसान भवन का उद्घाटन कर किसानों की सेवा में समर्पित किया गया । निरिक्षण के दौरान किसानों के विश्राम हेतु भवन को बंद देखा और तुरंत उसका ताला खुलवाया, उन्होंने कहा कि किसानों की सुविधा ही हमारी पहली प्राथमिकता है।
भावना बोहरा ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से बनाने के लिए उनकी सुविधा एवं समुचित व्यवस्था का ध्यान रखना ही पहली प्राथमिकता है। आज कारखाने में निरिक्षण के दौरान बहुत सी ऐसी व्यवस्थाएं हैं जो पुरानी चलती आ रही हैं जिन्हें अपग्रेड करने की बहुत आवश्यकता है इसके संबंध में भी मैनें निर्देश दिए हैं। हमने किसानों की आय दुगुनी करने के उद्देश्य भी कारखाने की उत्पादक क्षमता को बढ़ाने के विषय में भी रुपरेखा तय की जा रही है ताकि किसान अधिक से अधिक अपनी असल बेच सकें और उन्हें अतरिक्त राशि प्रपात होगी इसके साथ ही कारखाने की उत्पादक क्षमता बढ़ने से क्षेत्र के किसानों का भी समुचित विकास सुनिश्चित होगा। इसके साथ ही जिन किसानों का बकाया भुगतान बाकि है उसका भी तत्काल भुगतान करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
भावना बोहरा ने आगे बताया की गन्ना बेचने आने वाले किसानों से चर्चा के दौरान भी उन्होंने बहुत से विषयों जैसे कारखाने में उनके विश्राम, पानी जैसे मूलभूत सुविधाओं के बारे में अवगत कराया था इसके संबंध में भी अधिकारियों से चर्चा हुई है और किसानों की सुविधा के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने की बात भी मैनें कही है। इसके साथ अपनी फसल बेचने आने वाले किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विश्राम भवन जो बंद था उसे भी खुलवाया गया है और वहां तत्काल सफाई कर किसानों की सुविधा, पेयजल व अन्य मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा है। इस भवन में दूर-दराज के क्षेत्रों से लम्बी दूरी तय करके अपनी फसल बेचने आने वाले किसान विश्राम कर सकेंगे और उन्हें इस किसान भवन के माध्यम से सुविधा उपलब्ध होगी। गर्मी और बारिश में किसानों को समस्या होती थी लेकिन अब इस भवन से उन्हें संरक्षण मिलेगा और तेज धूप एवं बारिश से सुरक्षा भी मिलेगी।
भावना बोहरा के निर्देश पर किसानों के बकाया भुगतान हेतु जारी किये 4 करोड़ की राशि
गौरतलब है कि पण्डरिया विधायक भावना बोहरा किसानों के हित को देखते हुए लगातार कार्य कर रहीं हैं। किसानों के अधिकार,सुविधा एवं उनकी समस्या के निराकरण के लिए तत्पर होकर उनके द्वारा समय-समय पर उनसे चर्चा कर रहीं हैं। इसी के तहत फसल बेचने वाले किसानों को विलंब से भुगतान मिलने की जानकारी होते ही उन्होंने तत्काल विषय की गंभीरता को देखते हुए सम्बंधित अधिकारी से चर्चा की और नवम्बर माह से किसानों के बकाया भुगतान करने के लिए निर्देश दिए जिसके तहत लगभग 4 करोड़ रुपए की राशि प्रथम चरण हेतु किसानों के बकाया भुगतान के लिए जारी की गई।
उन्होंने किसानों की सुविधा के विषय में कहा की कारखाने में किसनों को अपनी फसल बेचने से लेकर उसके भुगतान तक किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो, तत्काल किसानों को भुगतान की राशि प्राप्त हो इसके लिए कार्यप्रणाली को सुचारू बनाने तथा आवश्यकता अनुसार उसमें सुधार करने के विषय में भी तत्काल प्रभाव से कार्य करने की बात कही है। किसान अपनी फसल लेकर आते हैं लेकिन कभी उन्हें टोकन मिलने में विलंब, कागजी कार्यवाई में देरी, पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की वजह से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, इसके मद्देनजर भी गंभीरता से हमने चर्चा की है और आने वाले अवरोधों तथा इन सभी समस्याओं के निराकरण के लिए भी आवश्यक कार्यवाही करने की अधिकारियों से कही है। कारखाना के मेंटेनेंस क्योर की प्रगति, गन्ना क्षेत्र सर्वेक्षण की प्रगति, गोदाम में शक्कर भण्डार एवं शक्कर के उचित रख-रखाव और विक्रय तथा किसानो को भुगतान की प्रगति के विषय में भी जानकारी ली।
इसके साथ ही भावना बोहरा ने गन्ना कारखाना के अलग-अलग यूनिटों का निरीक्षण कर कार्य पद्धति की जानकारी ली साथ ही शक्कर कारखाना में गन्ना के आवक एवं प्रसंस्करण प्रक्रिया का अवलोकन भी किया। उन्होंने अधिकारियों से शक्कर कारखाना में प्रतिदिन होने वाले उत्पादन के अलावा इसके लिए आवश्यक कच्चा माल आदि की उपलब्धता के संबंध में भी जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों से प्रति एकड़ गन्ने का कुल उत्पादन तथा समर्थन मूल्य पर निर्धारित मूल्य आदि के संबंध में भी जानकारी ली।