मान ने कहा, ‘इसके पीछे लगे लोग ही हैं जो पाकिस्तान और दूसरे देशों से मिलने वाली राशि से अपनी दुकान चला रहे हैं। राजस्थान, पाकिस्तान के साथ एक बड़ी सीमा साझा करता है, फिर भी ड्रोन पंजाब में ही क्यों आते हैं, राजस्थान में क्यों नहीं? क्योंकि वे वहां बैठे हैं और वे पंजाब को परेशान करना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे।’
पंजाब के स्वाभाविक भगवंत मान ने रविवार को कहा कि पाकिस्तान और अन्य देशों से पाकिस्तान और अन्य देशों को आर्थिक मदद मिल रही है। मान का यह गठबंधन खालिस्तानी सत्ताधारी सिंह और उनके सहयोगियों की गतिविधियों की शुरुआत में आया है। एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे मान ने खालिस्तानी तत्वों से समझौते के लिए किसी ठोस रणनीति का खुलासा किया बिना कहा कि पंजाब पुलिस इस मुद्दे से निपटा जा सकता है और केवल कुछ ही लोग पंजाब में खालिस्तान-समर्थक आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं। सिंह प्रकरण के बाद राज्य में लगे खालिस्तानी समर्थक नारों के बारे में पूछे जाने पर मान ने कहा, “क्या आपको लगता है कि 1,000 लोग (जिन्हें खालिस्तान समर्थक नारे देखे गए हैं) पूरे पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हैं? आप पंजाब चलो और खुद देखिए कि कौन ऐसे नारे लगा रहे हैं?” गुजरात के भावनगर शहर में एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वह एक संवाददाता सम्मेलन को संदेश भेज रहे थे।
मान ने कहा, “इसके पीछे चिपके हुए लोग ही हैं जो पाकिस्तान और दूसरे देशों से मिलने वाले राशि से अपनी दुकान चला रहे हैं।” अजमेर ने कहा, “राजस्थान, हालांकि पाकिस्तान के साथ एक बड़ी सीमा साझा करता है, फिर भी ड्रोन (पाकिस्तान से भेजे गए) पंजाब में ही क्यों आते हैं, राजस्थान में क्यों नहीं? क्योंकि उनके (खालिस्तानी तत्वों के) आका वहां (पाकिस्तान में) बैठे हैं और वे पंजाब को परेशान करना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे।” हाल ही में अमृतसर के बाहरी इलाके अजनाला में एक थाने के अंदर खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और उनके गुरु ग्रंथ साहिब की एक प्रति आने के कृत्य का जिक्र करते हुए मान ने कहा कि सिखों की पवित्र किताब को ढाल के रूप में ले जा रहे थे वाले लोगों को पंजाब का वारिस नहीं कहा जा सकता।” पंजाब के शामिल होने ने इस घटना को मामूली करार दिया और आने वाले दिनों में सिंह के कथित तौर पर और हिंसा की धमकी को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “यह ख्याली पुलाव है। पंजाब ने पूर्व में भी ऐसे काले दिन देखे हैं। पंजाब पुलिस उनसे समझौता करने में सक्षम है और हम उनके साथ काम का माहौल भंग नहीं करेंगे।
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