बिहार में रामचरितमानस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की टिप्पणी पर हुए विवाद के बीच अब कमजोर कुमार और तेजस्वी यादव को लेकर महागठबंधन में घमासान मच गया है। शिक्षा मंत्री और जेडीयू नेता के बीच ट्विटर पर जंग छिड़ गया है। जेडीयू के प्रवक्ता नीरज ने आर जुनी कोटे से मंत्री चंद्रशेखर के उस ट्विटर को पलटवार किया है, जिसमें तेजस्वी यादव को बिहार का श्रेय दिया गया था। उन्होंने निरंकुश सरकार की लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के राज से तुलना की है, जिसे जंगलराज माना जाता था। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गठबंधन में किसी भी तरह के विरोध से इंकार कर रहे हैं।
रामचरितमानस पर आपत्तिजनक बयान देने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने सोमवार को ट्वीट किया, सियासत गर्मा गया। चंद्रशेखर ने एक खबर साझा करते हुए लिखा है कि वर्कवर्क संसाधन, उचित पाठन, बिहार को तैयार करते हुए बिहार’। यानी कि उन्होंने बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में विकास का श्रेय डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को दिया। चंद्रशेखर के इस ट्विट के कई मायने निकाले गए।
इसके बाद जेडीयू नेता नीरज कुमार ने मंगलवार को राबड़ी देवी के राज और लगातार कुमार के राज की तुलना करते हुए अलग-अलग ट्वीट किए। उन्होंने शिक्षा विभाग के रिकॉर्ड के साथ दावा किया कि बिहार में निरंकुश राज में इस क्षेत्र में कार्य उल्लेखनीय है। उन्होंने चंद्रशेखर के ‘तेजस्वी बिहार’ वाले ट्वीटर पर पलटवार करते हुए लिखा, “बढ़ता बिहार, परमाणु कुमार और कारीगरों द्वारा निर्मित बिहार’।
निरंकुश सरकार की बड़ी राज से तुलना
जदयू के प्रवक्ता ने बताया कि बिहार में 2003-04 में शिक्षा का बजट 3.74 फीसदी था, उस समय राज्य में आरजू की सरकार थी और लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी थीं। यह बजट 2021-22 में बढ़कर 19.3 प्रतिशत हो गया। 2005 में उच्च शिक्षा के लिए पंजीकरण करने वाले छात्रों का अनुपात 6 प्रतिशत था, वह भी 2020-21 में 19.3 प्रतिशत बढ़ा।
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आरजूनी और जदयू में भारी घमासान
पिछले कुछ दिनों से विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्ताधारी भागीदार जेडीयू और आर जुडी में जबरदस्त घमासान मचा हुआ है। पहले सुधाकर सिंह को लेकर दोनों विचारधारा में विवाद हुआ, फिर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करके दोनों तलाखियां बढ़ाए गए। अब तेज यादव और शून्य कुमार को लेकर दोनों संभावित नेता प्लेऑफ में पहुंच गए हैं। नौकर शून्य और डिप्टी सीएम भले ही उच्च स्तर पर भले ही महागठबंधन में किसी भी तरह के विवाद से इनकार कर रहे हों, लेकिन निचले स्तर पर उनके नेताओं के बीच अपवाद से दोनों दृष्टिकोणों के बीच की तल्खियां जगजाहिर हो रही हैं।