
औषधीय गुणधर्म से भरपूर छोटी इलायची भारतीय रसोई में आमतौर पर पाई जाती है। इसके औषधीय और स्वाद का ज़ायका शारीरिक समस्याओं को दूर करने में भी मददगार साबित होता है। रिसर्चगेट के अनुसार, प्रसिद्ध छोटी इलायची के नाम से स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार के फायदे हैं। केरल, कर्नाटक और तमिल में इसका निर्माण होता है। इसका सेवन शरीर से कई प्रकार के स्टोर पर भी किया जा सकता है। एडीएमएसी ऑन कोलोजी के अनुसार, इलायची में मौजूद कार्डामोनिन तत्व, कोलोरेक्टल कैंसर सहित कई प्रकार के कैंसर में कीमो प्रिवेटिव एजेंट के रूप में काम करता है।छोटी इलायची के फायदे)।।
इस बारे में हेल्थ मिशिगन ने पाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ मैट्रिशन एंड इंकटिक्स डॉ. अजित शर्मा से बातचीत की। उन्होंने बताया कि पोटेशियम में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी.इन्फ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं। इसकी मदद से शरीर में उल्टी-दस्त, तनाव और मोर्टार से कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इसके अलावा इसे नियमित रूप से खाने और इसे बनाने के लिए पानी में पीने से हाई ब्लड अल्कोहल और अल्कोहल के लेवल को कम करना संभव है। दांतों में मौजूद डॉक्टर का काम करता है और दुनिया की दुर्गंध से भी राहत मिलती है।
जानिए छोटी इलायची के कुछ फायदे
1. उच्च रक्त प्रवाह को नियंत्रित करें
हाई ब्लड प्रेशर को दूर करने में भी छोटी इलायची बेहद सहायक है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के एक शोधकर्ता के अनुसार 3 ग्राम छोटी इलायची पाउडर को तीन सप्ताह तक तीन बार 20 लोगों ने लिया। इसके बाद उनके खून के नमूने में काफी तीखापन आया। अध्ययन में पाया गया कि छोटी इलायची के मूत्रवर्धक प्रभाव का अर्थ है शरीर में मौजूद पानी को यूरिन के प्रवाह से बाहर निकालना खून ख़त्म नियंत्रित किया जा सकता है.
2. पाचनतंत्र को सुधारे
इसके सेवन से एसिड रिफाल्क्स, पेट दर्द और जलन जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल शारीरिक समस्याओं से बचाव किया जा सकता है। इसमें मौजूद एक्टिव बायो एलिमेंट शरीर के डाइजेस्टिव सिस्टम को वर्गीकृत करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार छोटी इलायची का सेवन करने से गैस्ट्रिक अल्सर 50 प्रतिशत तक कम हो सकता है। पाचन सुधार के लिए छोटी इलायची को चबाएं। इसमें मौजूद रस खाने वालों को पचाने में मदद मिलती है।
3. बांड की समाप्ति
एंटी विटामिन और एंटी इंफ्लामेंट्री गुणधर्म से भरपूर छोटी इलायची को खाने से दुर्गंध की समस्या दूर हो जाती है। इसके लिए छोटी इलायची के पाउडर को पानी में मिलाकर पीने से आपकी समस्या हल हो जाती है। रिसर्चगेट के अनुसार, इलायची को चबाने से स्लिवा में मौजूद 54 प्रतिशत बक्टिरिया दूर स्थित हैं। इससे सांस में ताजगी का एहसास होता है। साथ ही दांतों में मोजूद संदान से भी राहत मिलती है।
4. कैंसर से बचाव
छोटी इलायची में मौजूद कंपनी कैंसर की रोकथाम में सहायक साबित होती है। इसके सेवन से एंजाइम सक्रिय होते हैं, जो कैंसर के रोग के जोखिम को कम करते हैं। इसे खाने से शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रेटजी मिल जाता है। जो शरीर में ट्यूमर सेल्स को बढ़ाने से शुरू होता है।
कोलकाता के चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि किलामी खाने से शरीर में एंटीऑक्सीडेंट बढ़ रहे हैं। इसका कोलोरेक्टल कैंसर का मुकाबला करने में 48 प्रतिशत तक सहायता मिल मिलती है। इसके अलावा फाइटोकेमिकल्स से पोटेशियम परमैंगनेट को ओरल कैंसर का इलाज भी बताया गया है। इलायची को मानव प्राकृतिक कैंसर के प्रकाशन पर रोक लगाने के लिए पाया गया था।

5. वेट लॉस में सहायक
विटामिन और होटल्स सेपरेट ऍमएलएम कोई भी व्यक्ति अपने पानी पीने की समस्या से बच सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, इलायची चर्बी काम करने में सहायक है। मौजूद कैलीशियम, प्लास्टर और मैग्नीशियम के अलावा पाई जाने वाले सीमित केथेरज वेट लॉस टूर में मॅगेरी निवास हैं।
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