छत्तीसगढ़बस्तर

Bastar News : फर्जी मामला बनाकर गिरफ्तार पत्रकारों के समर्थन में उतरी कांग्रेस, किया राज्य सरकारों के खिलाफ प्रदर्शन

प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही पत्रकार सुरक्षा की उड़ी धज्जियां, फर्जी मामले बनाकर फंसाए जा रहे प्रदेश के पत्रकार

UNITED NEWS OF ASIA. असीम पाल, बस्तर। जगदलपुर के चार वरिष्ठ पत्रकारों को आंध्र प्रदेश के चिंतूर में आंध्रप्रदेश पुलिस के द्वारा फर्ज़ी मामला बनाकर गिरफ्तार कर तीन दिनों से बंधक बनाकर रखा गया है जिसके विरोध में आज बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में राजीव भवन के समीप कांग्रेसियों ने जमकर प्रदर्शन किया एवं छत्तीसगढ़ सरकार की तथा आंध्रप्रदेश सरकार की आलोचना की तथा गिरफ्तार पत्रकारों को तत्काल रिहा करने की मांग की।

जिला कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लेकर के आई परंतु 6 महीने की विष्णु देव साय सरकार में स्वयं पत्रकार ही अब सुरक्षित नहीं, पत्रकार सुरक्षा कानून की धज्जियां सरकार उड़ा रही। जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा हम छत्तीसगढ़ सरकार से गृहमंत्री से मांग करते हैं इस पूरे मामले में हस्तक्षेप कर बस्तर के चारों पत्रकारों को सकुशल वापस लाएं और प्रदेश के पत्रकारों के प्रति जो व्यवहार सरकार बनाए बैठी है उसे तत्काल बदले।

पूर्व विधायक रेखचन्द जैन ने कहा,कोन्टा के छत्तीसगढ़ आंध्रप्रदेश सीमा में अंतर्राज्यीय रेत माफियाओं की भ्र्ष्टाचार को उजागर करने गए बस्तर के चार पत्रकारों(बाप्पी राय,निशू त्रिवेदी,महेंद्र सिंह और धर्मेंद्र सिंह) को इस तरह गिरफ्तार करना बहुत ही निंदनीय है,मुख्यमंत्री सायं की सरकार में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ भी सुरक्षित नहीं है,पुलिस अधिकारी के द्वारा फर्ज़ी मामला बनाकर आंध्रप्रदेश की पुलिस द्वारा यह कृत्य अति निंदनीय है,सरकार के गृहमंत्री को तत्काल संज्ञान लेते हुए पत्रकारों की रिहाई कर घर वापसी करवानी चाहिए…

युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान ने कहा पत्रकारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिन्हें दी गई वही पत्रकारों के भक्षक बनते दिख रहे हैं,कोन्टा के छत्तीसगढ़ आंध्रप्रदेश सीमा में अंतर्राज्यीय रेत माफियाओं की कारगुजारियों को उजागर करने गए बस्तर के चार पत्रकार जिनमें बस्तर के वरिष्ठ पत्रकार बाप्पी राय,निशू त्रिवेदी,महेंद्र सिंह और धर्मेंद्र सिंह शामिल हैं जिनकी गाड़ी में 40 किलो गांजा रखकर जिस प्रकार से दुर्भावनापूर्ण रवैया दिखाते हुए आंध्रप्रदेश की पुलिस के द्वारा फर्ज़ी मामला बनाकर आंध्रप्रदेश के चिंतुर थाने में गिरफ्तार कर तीन दिनों से पकड़ कर रखा है एवं बात यह भी निकल कर सामने आ रही है कि कोन्टा पुलिस के साथ इन पत्रकारों की तू-तू-मैं-मैं भी हुई थी जिसके बाद सड़यंत्रपूर्वक यह कार्यवाही की गई है।

यह घटना फिर से छत्तीसगढ़ में माफिया राज और गुन्डाराज और पत्रकारों के उत्पीड़न राज के कायम होने को दर्शाता है,यह बात इसलिए हम कह रहे हैं क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के गृहमंत्री बस्तर के इन चारों पत्रकारों को छुड़वाने तीन दिनों में अबतक कोई सार्थक पहल तक नहीं कर पाए हैं,जबकि आंध्रप्रदेश में एनडीए घटक दल चंद्र बाबू नायडू की सरकार है जिनकी बैसाखी के सहारे नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं और भाजपा के साथ इनके संबंध भी मधुर हैं फिर क्यों बस्तर के निर्दोष पत्रकारों को छुड़वाने कोई पहल राज्य सरकार नहीं कर रही है।

प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक रेखचंद जैन,निगम अध्यक्ष कविता साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी सतपाल शर्मा, राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान,असीम सूता,जाहिद हुसैन,युवा कांग्रेस अध्यक्ष अजय बिसाई,शादाब अहमद तरणजीत सिंह, उस्मान रज़ा, पार्षद ललिता राव, पार्षद सुनिता सिंहनीला नाग सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।

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