UNITED NEWS OF ASIA. अरुण पुरेना, बेमेतरा। आयुष्मान भारत योजना जो कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के अंतर्गत राज्य शासन से अनुबंधित कंपनी (TPA) FHPL के अंर्तगत स्वास्थ्य मितान की भर्ती की गई थी। जो कि पूरे राज्य में लगभग 700 की संख्या में कार्यरत है।
विगत 4 माह से FHPL कंपनी द्वारा इन स्वास्थ्य मितान को वेतन भुगतान नहीं किया गया है। जिससे सभी स्वास्थ्य मितान के सामने आर्थिक संकट आ पड़ा है।
बेमेतरा जिले से स्वास्थ्य मितान इंदल सिन्हा, नरेंद्र साहू, देवचरण साहू ने कहा कि वर्तमान में नवरात्रि दशहरा और आगे दीपावली जैसे त्योहार है। जिससे सभी कर्मचारी आर्थिक और मानसिक रूप से काफी परेशान है। पिछले माह ही कोरबा जिले में कार्यरत काशीराम पटेल (स्वास्थ्य मितान) जो कि सीएमएचओ ऑफिस कोरबा में कार्यरत है। जो एक ट्रक दुर्घटना के शिकार हो गए उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई।
मृतक की पत्नी जो कि 5 माह की गर्भवती और एक बच्चा है। इतना कुछ होने के बाद भी कंपनी ने किसी भी प्रकार का कोई सहयोग मृतक के परिवार को नहीं किया। वेतन से संबंधित और काशीराम पटेल के आर्थिक मदद के लिए पूरे राज्य के स्वास्थ्य मितान रायपुर स्वास्थ्य मंत्री से उनसे निवास में मिले और इससे पहले भी 2 से 3 जिले के स्वस्थ्य मितान विभागीय मंत्री को विलंब वेतन के संबंध में अवगत कराए थे।
जहां उन्होंने तुरंत संचालक स्वास्थ्य सेवाए ऋतुराज रघुवंशी सर को फोन करके वेतन से संबंधित समस्या दूर करने के लिए कहा। इसके बाद सभी स्वास्थ्य मितान पुराना नर्सेज हॉस्टल के पास FHPL ऑफिस गए वहा से राज्य प्रबंधक रिजवान को लेकर संचनालय स्वास्थ्य सेवाए सेक्टर 19 नया रायपुर गए।
वहा सभी स्वास्थ्य मितान सहायक संचालक राज्य नोडल एजेंसी आयुष्मान भारत धर्मेद्र गहवाई से मिले और अपनी समस्या से अवगत कराए। इसके बाद सभी स्वास्थ्य मितान ने कंपनी द्वारा वेतन नहीं देने के लिए संचालक महोदय को ज्ञापन दिए। आज लगभग 5 माह पूर्ण होने वाले है और सभी स्वास्थ्य मितान के सामने बहुत बड़ा संकट आ गया है ।