छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में IED ब्लास्ट की चपेट में आई भालू की फैमिली, मादा भालू की मौत और शावकों की भूख से मौत, घटना झकझोर देने वाली”

UNITED NEWS OF ASIA. जगदलपुर |  छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सरहद पर इंद्रावती नदी पार IED ब्लास्ट की चपेट में भालू की फैमली आ गई। धमाके से मादा भालू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके दो शावकों ने भूख से दम तोड़ दिया। सप्ताहभर बाद इस मामले का खुलासा हुआ है। मामला बारसूर थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों ने कोशलनार से आगे जंगल-पहाड़ी रास्ते पर जवानों को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से IED प्लांट कर रखा था। वहीं करीब सप्ताहभर पहले प्रेशर IED की चपेट में मादा भालू आ गई। धमाके में उसकी मौत हो गई।

लकड़ी लेने गए थे ग्रामीण

कुछ दिन पहले इलाके के ग्रामीण जंगल से जलाऊ लकड़ी लेने के लिए गए थे। उन्होंने भालुओं के शव देखे। साथ ही ब्लास्ट हुए IED के कुछ अवशेष देखे गए। उन्होंने भालू की एक तस्वीर ली थी। भालू के शव के ऊपर दो शावकों के शव पड़े हुए हैं। अब जब यह तस्वीर पुलिस के हाथ लगी तो इसके बारे में जानकारी मिल पाई। ये नजारा झकझोर कर देने वाला है।

एक दिन पहले पुलिस को मिली जानकारी

दंतेवाड़ा ASP आरके बर्मन ने बताया कि, ठीक एक दिन पहले इसकी खबर पुलिस को मिली है। तस्वीर वायरल हुई तो इसके बारे में पता चला। जिसके बाद अब भालुओं के शवों का पता लगाया जा रहा है। जिस जगह यह घटना हुई है वह बेहद अंदरूनी इलाका है। वहां माओवादियों ने बहुत सी IED प्लांट कर रखी है।

एक ग्रामीण की भी हुई थी मौत

3 दिन पहले इंद्रावती नदी पार IED ब्लास्ट की चपेट में आने से एक ग्रामीण की भी मौत हो गई थी। धमाका इतना जोर का था कि ग्रामीण के पैर समेत अन्य अंगों के चिथड़े उड़ गए। माओवादियों ने फोर्स को नुकसान पहुंचाने के मंसूबे से IED प्लांट किया था, लेकिन चपेट में युवक आ गया।

यह मामाल भी बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले की सरहद पर बसे कोशलनार-2 गांव का है। सोमवार को इसी गांव का रहने वाला मनारू अकाली (35) पहाड़ की तरफ लकड़ी लेने के लिए गया हुआ था। लौटते समय एक पेड़ के नीचे ठहरने के लिए पहुंचा था, तभी धमाका हो गया और उसकी मौत हो गई थी।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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