
यूपी समाचार: उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश) के दर्ज (बस्ती) में जाली नोटों का सपना दिखाने वाले ग्राहकों को लूटने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें ठग असली नोट के बदले जाली नोट देना का सपना दिखाकर लोगों को लूटकर रचक्कर हो जाते हैं। अब यह ठग पुलिस के हत्थे चढ़ गए और गिरफ्तार करके पुलिस ने जेल भेज दिया। दरअसल, दर्ज पुलिस ने मुंडेरवा थाना क्षेत्र में एक ऐसा ठगी गुट का परदाफाश किया है, जिसमें ग्राहकों को असली नोट के बदले में दोहराना नोट देना का सपना दिखाते हुए लोगों से ठगी करते थे।
इस ठगी की कहानी में तीन लोगों की तिकड़ी शामिल है जिसमें पहला गोंडा के खोड़ारे गांव का निवासी अजीत मौर्या है जो इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। अजीत अपने भाई अशोक जो कि इस कहानी का दूसरा विवरण है वह ग्राहकों के पास नामांकित किया था और उन्हें वास्तविक नोट के बदले दूने जाली नोट का सपना दिखा कर उन्हें अपने जाल में फंसाया था और जब शिकार को पूरी तरह से फंसा दिया था तो उन्हें एक लटका दिया बुलाकर असली नोट के बदले जाली जाली नोट देने के लिए बुलाया जाता था।
कैसे बनाते हैं लोगों को शिकार?
जब ग्राहक उस सीसीटीवी पर शटर थे तो असली नोट अशोक होते थे तभी इस कहानी की तीसरी और बेहद ही दिलचस्प किरदार भुवन चौधरी की एंट्री है जोकि मुंडेरवा थाने में होमगार्ड के पद पर कार्यरत है। वह उस चौराहे पर पुलिस की भूमिका में वर्दी में पहुंच जाता है तो ठग पुलिस आ गया है, उसकी छोटी सी तलाश कर रहा है और दोनों ग्राहक साझेदारी कर रहे थे।
फिल्मी तरीके से ठगी कर, ठगी किए गए धन को यह तीन अलग-अलग अंश आपस में समानता रखते थे क्योंकि ग्राहक किसी से इसलिए कुछ नहीं कहता था क्योंकि वह गलत काम कर रहे थे। बस इसी बात का फायदा उठाते हुए ये तीनों ठग काफी दिनों से ठगी करते थे लेकिन अब इन पाप का घड़ा पुलिस ने फोड़ दिया है। अभी अभी यह ठग पुलिस की गिरफ्त में है, लेकिन अजीत मौर्य जो कि इस पूरे ठग का मास्टरमाइंड है, वह बिचारा हो गया है और अब पुलिस इस मास्टरमाइंड की गिरफ्त में आ गया है।
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