इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की निगरानीकर्ता पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विनियामक प्राधिकार (पेमरा) की ओर से शनिवार को जारी परामर्श में कहा गया है कि यह पाया गया है कि टीवी चैनल हिंसक भीड़ और पुलिस और कानून का लागू करने वाले अन्य रूप पर हमले का सजीव प्रसारण और चित्र प्रसारित होते हैं कर रहे हैं।
पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की निगरानीकर्ता संस्था ‘पेमरा’ ने शनिवार को टेलीविजन चैनलों पर आरोप स्थित अदालतों के बाहर की घटनाओं के सजीव प्रसारण पर पाबंदी लगाई। यहां पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में पेश होना पड़ा है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की निगरानीकर्ता पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विनियामक प्राधिकार (पेमरा) की ओर से शनिवार को जारी परामर्श में कहा गया है कि यह पाया गया है कि टीवी चैनल हिंसक भीड़ और पुलिस और कानून का लागू करने वाले अन्य रूप पर हमले का सजीव प्रसारण और चित्र प्रसारित होते हैं कर रहे हैं।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख इमरान खान (70) को चुनाव आयोग द्वारा दायर शिकायत पर कार्यवाही में भाग लेने के लिए अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एवं न्यायाधीश (एडजे) जफर इकबाल की अदालत में पेश होना है। पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ईसीपी) ने अपनी शिकायत में कहा है कि इमरान ने अपनी संपत्ति की घोषणा में कथित रूप से उपहारों के विवरण को छिपाया। पेमरा ने अपने पत्र में कहा है कि भीड़ की ऐसी सक्रियता ना केवल कानून-व्यवस्था की स्थिति को झकझोरती है, बल्कि सार्वजनिक और जीवन को भी जोखिम में डालती है। मीडिया ने कहा कि इस तरह का प्रसारण पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का उल्लंघन है।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।