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Baloda Bazar Update : यहाँ पढ़ें बलौदाबाजार हिंसा में अभी तक की ताजा ख़बरें ..200 गिरफ्तार.. गुरु खुशवंत साहेब ने पुरे मामले पर कहा ..

बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में विशेष समुदाय के प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा पर रायपुर सीएम हाउस में हाईलेवल मीटिंग चल रही है. इधर समुदाय विशेष के लोगों से शांति की अपील की है.

पूर्व मंत्री डहरिया ने कहा- सरकार का इंटेलिजेंस फेलियर, डिप्टी सीएम साव बोले- होगी कठोर कार्रवाई

बलौदाबाजार जिले के ग्राम महकोनी में बीते दिनों जैतखाम में हुए तोड़फोड़ मामले में कार्रवाई से असंतुष्ट सतनामी सामाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी उग्र और हिंसक हो गए. उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया साथ ही 100 से ज्यादा दोपहिया और 30 चार पहिया वाहनों में तोड़फोड़ कर उन्हें आग के हवाले कर दिया. घटना के बाद शहर में 16 जून तक धारा 144 लागू कर दिया गया है. इस घटना को लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. पूर्व मंत्री शिवकुमार डहरिया ने कहा कि सरकार की पूरी तरह लापरवाही है. सरकार का इंटेलिजेंस फेलियर है. वहीं इंटेलिजेंस फेलियर के सवाल पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा घटना की जांच की शुरुआत हो गई है. समाज को बदनाम करने वाले तत्व पर कठोर कार्रवाई होगी.

धरना प्रदर्शन के दिन की गई न्यायिक जांच की घोषणा – शिवकुमार डहरिया

बलौदाबाजार घटना पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि जैतखाम काटने से विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई. समाज ने न्यायिक जांच की मांग की थी. सही समय पर कार्रवाई नहीं की गई. बीजेपी ने समाज की कोई बात नहीं सुनी और धरना प्रदर्शन के दिन न्यायिक जांच की घोषणा की गई. सरकार की पूरी तरह लापरवाही है, सरकार का इंटेलिजेंस फेलियर है. सतनामी समाज के लोग हमेशा प्रताड़ित हुए हैं, नहीं ध्यान दिये जाने की वजह से ये आंदोलन हुआ. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार ऐसी घटना हुई, यह बेहद शर्मनाक है.

गृहमंत्री विजय शर्मा के सतनामी समाज के लोगों से बात करने वाले बयान पर पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि बीजेपी के कुछ नेताओं और उनके समर्थकों को बुलाकर बैठक लिया गया. सरकार के कुछ लोगों के साथ बात कर लेना समाज के लोगों के साथ बात करना नहीं है. समाज के लोगों के साथ बात करनी चाहिए.

छत्तीसगढ़ की शांति और सद्भावना से खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं – डिप्टी सीएम साव

मामले पर डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ शांति और सद्भावना का गढ़ रहा है. कल जो घटना हुई है उसकी जितनी निंदा की जाये उतनी कम है. जिस तरह से ये घटना घटित हुई है, बहुत ही चिंता का विषय है. हमारी सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है. सीएम ने घटना की विस्तृत समीक्षा की है. उपद्रवियों पर कड़ी से करवाई के निर्देश दिये हैं. मुख्यमंत्री की समाज प्रमुखों से भी चर्चा हो रही है. मुस्तैदी से जांच की जा रही है. आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा. आज तक छग में ऐसी घटना का इतिहास नहीं रहा. छग की शांति और सद्भावना से खिलवाड़ करने की किसी को इजाजत नहीं है.

आरोपियों पर होगी कठोर कार्रवाई- डिप्टी सीएम साव

इंटेलिजेंस फेलियर के सवाल पर डिप्टी सीएम अरुण साव साव ने कहा कि घटना की जांच की शुरुआत हो गई है. गृहमंत्री देर रात तक घटना स्थल पहुंचे. घटना स्थल का अवलोकन किया है, शांति और सौहार्द बनाये रखने की अपील की है. समाज को बदनाम करने वाले तत्व पर कठोर कार्रवाई होगी.

बलौदाबाजार हिंसा के बाद सीएम विष्णुदेव साय ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई है. इधर समुदाय विशेष के लोगों से शांति की अपील की जा रही है. गृहमंत्री विजय शर्मा ने स्थानीय नेताओं और रहवासियों के साथ सुबह तक बैठक लेकर शांति बनाए रखने की अपील की है. बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस में आगजनी और तोड़फोड़ की घटना को अंजाम देने वाले 200 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. रायपुर से फॉरेंसिक की टीम भी बलौदाबाजार पहुंची है. , 

Balodabazar Violence Live Update बलौदाबाजार आगजनी मामले में कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार उच्चाधिकारियों की बैठक ले रहे हैं. अलग-अलग विभागों के अधिकारियों के साथ कलेक्टर सभा कक्ष में बैठक कर आगजनी में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है. कलेक्टर केएल चौहान ने बताया आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी पहचान की जा रही है.

कई जिलों की पुलिस तैनात, फॉरेंसिक टीम पहुंची: बलौदाबाजार में हालात फिलहाल काबू में हैं, लेकिन पूरे शहर में भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती की गई है. इसके साथ ही रायपुर से फोरेंसिक की 5 सदस्यीय टीम बलौदाबाजार पहुंची है. आगजनी में किन किन चीजों का उपयोग हुआ है इसकी जांच की जा रही है.

खुशवंत साहेब की अपील: रायपुर में एक तरफ हाई लेवल मीटिंग चल रही है, दूसरी तरफ फॉरेंसिक की टीम जांच के लिए पहुंची है. इधर समाज के लोग समुदाय विशेष के लोगों से शांति की अपील कर रहे हैं. आरंग विधायक खुशवंत साहेब ने बलौदाबाजार हिंसा में समुदाय विशेष का नाम आने पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि हिंसा में जिस समुदाय का नाम आ रहा है वह गुरुघासी दास के संदेश पर चलने वाले लोग है. उनकी आड़ में असामाजिक तत्वों ने प्रदर्शन में घुसकर हिंसा की घटना को अंजाम दिया है.


अहिंसा के पुजारी हैं समाज के लोग: खुशवंत साहेब ने कहा “बलौदाबाजार में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन किया जा रहा था, लेकिन इस प्रदर्शन में असामाजिक तत्व घुस गए जिन्होंने तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को अंजाम दिया, जबकि सतनामी समाज अहिंसा के पुजारी है. गुरुघासी दास के संदेश से सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं. समाज को, शासन प्रशासन को बदनाम करने के लिए असामाजिक तत्वों ने ये काम किया. खुशवंत साहेब ने समाज के लोगों से अपील की कि असामाजिक तत्वों के बहकावे में ना आए और कोई गलत काम ना करें. संविधान जिंदा है, संविधान से लड़ाई लड़ी जाती है. सभी से अपील है कि शांत रहिए, सभी मांगे पूरी होगी. तीन दोषियों और उनके पीछे जिनका भी हाथ है उन पर कार्रवाई की जाएगी. छत्तीसगढ़ सरकार आपके साथ है. दोषियों को जल्द से जल्द जेल भेजा जाएगा.”

शिव डहरिया ने समाज के लोगों से शांति बनाने की अपील की: पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने बलौदा बाजार में हुई हिंसा की घटना को चिंताजनक और पीड़ादायक बताया. उन्होंने कहा कि समय रहते प्रशासन की तरफ से समाज की नाराजगी को शांत किया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया. डहरिया ने समाज के सभी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.

बलौदाबाजार हिंसा क्यों हुई: 15 मई की रात गिरौदपुरी धाम के करीब मानाकोनी बस्ती की बाघिन गुफा में लगे धार्मिक प्रतीक चिन्ह को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. समुदाय विशेष के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी से असंतुष्ट समाज के लोगों ने शासन से जांच की मांग की. जिसमें बाद डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की. लेकिन समुदाय विशेष की नाराजगी कम नहीं हई. सीबीआई जांच की मांग को लेकर समुदाय विशेष के लोगों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट घेराव कर दिया.

दशहरा मैदान में धरना प्रदर्शन के बाद निकाली गई रैली: समुदाय विशेष के लोग बलौदाबाजार के दशहरा मैदान में धरना प्रदर्शन के बाद रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट का घेराव करने पहुंचे. रैली कलेक्ट्रेट तक न पहुंचे इसके लिए जिले भर की पुलिस तैनात की गई, साथ ही रैली को रोकने के लिए बैरिकेटिंग की व्यवस्था भी की गई, लेकिन उग्र भीड़ बैरिकेटिंग तोड़ते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंच गई. इस दौरान कुछ उत्पाति लोगों ने कलेक्टर परिषद में खड़ी गाड़ियों को पलट दिया, मोटर साइकिल में आग लगा दी. लगभग 200 गाड़ियों को फूंक दिया गया. कलेक्ट्रेट और उसके आसपास की कई बिल्डिंग में भी आग लगा दी गई. हिंसा की इस घटना में 35 से 40 पुलिसकर्मी घायल हुए. जिनका इलाज बिलासपुर और रायपुर के अस्पताल में चल रहा है.

 


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