आरआरआर की पिछले साल से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा हो रही है और ये फिल्म बैक टू बैक देनदारी हासिल कर रही है। मेकर्स की ओर से चलाए गए कैंपेन के बाद फिल्म का नाम ऑस्कर के लिए कुछ केटेगरी में नामांकित किया गया। हालांकि, विवेक अग्निहोत्री जैसे अन्य भारतीय फिल्म निर्माता भी हैं जो ऑडियंस के बीच भ्रम पैदा करते हुए ऑस्कर के बारे में लचर दावा कर रहे हैं। इसी बीच एसएस राजामौली के सहयोगी और बाहुबली फ्रिंज के निर्माता शोबू यारलागड्डा (शोबू यारलागड्डा) ने ऑस्कर अभियान के बारे में बात की और बताया कि ये चीजें कैसे काम करती हैं।
शोबू यारलागड्डा ने समसा ऑस्कर के सितारे हैं
शोबू ने बताया कि ऑस्कर नामांकन की सूची में जग पाने वाले फिल्म के पंजीकरण को जीत हासिल करनी चाहिए या अपने फिल्मों को ध्यान में रखना चाहिए। यह सब मैसेज पर मैसेज करता है। हाल ही में एक सैटेलाइट में शोबू यारलागड्डा ने साझा किया, ‘अकादमी में दुनिया भर से लगभग 10,000 सदस्य हैं, ज्यादातर अमेरिका में और लगभग 40 भारत के सदस्य हैं। ये सभी मेंबर्स अपने शिल्प (शिल्प), जैसे संपादन (संपादन), ध्वनि (ध्वनि) आदि के आधार पर अकादमी की 17 फाइलों में से एक हैं। इनमें से 16 शिल्प और 17वीं ग़ैर-तकनीकी (गैर-तकनीकी) हैं। हर साल प्रत्येक शाखा के सदस्य पहले रिमाइंडर सूची में 300+ पात्र फिल्मों से शॉर्टलिस्ट करने के लिए वोट करेंगे (उन 10 श्रेणियों के लिए जहां शॉर्टलिस्ट है) और फिर हर स्टेट से प्रशासक होने वाली फिल्मों का चयन करने के लिए फिर से मतदान करेंगे। .’
इसमें कई महीनों का अभियान शामिल होता है जो कभी-कभी ऑस्कर से 6 महीने पहले शुरू होता है। कर्षण बनाने के लिए कुछ जैविक चर्चा और प्रशंसा की भी आवश्यकता है।
– शोबू यारलागड्डा (@Shobu_) जनवरी 15, 2023
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पहले प्रकाशित : 16 जनवरी, 2023, 17:16 IST