अयोध्या। अयोध्या के हनुमानगढ़ी क्षेत्र में महंत दास के आवास के पास रहने वाले शव की गुत्थी देने का दावा अयोध्या पुलिस ने किया है। अयोध्या पुलिस के अनुसार, हनुमानगढ़ी की छत पर भी चकाचौंध करने वाले भिखारियों ने शराब पीकर का विवाद किया और उसके बाद अंधे भिखारी भगवान दास उउ दी दी सिंह अर सूरदास ने नूनकू की हत्या कर दी। सूरदास मूल रूप से दरिस देहात का रहने वाला है, जबकि ननकू बलरामपुर का रहने वाला था।
पुलिस के मुताबिक, हत्या की यह घटना 26 अप्रैल को हुई थी। सुबह वाले दिन ननकू ने सूरदास के कमरे पर ही कॉक बनाया था और शराब पी रहा था। इसी दौरान दोनों में विवाद हो गया। तब अंधे भिखारी सूरदास ने गला दबाकर ननू की हत्या कर दी और कमरे में ताला लगा कर छिप गए।
पुलिस की कार्रवाई तो 2012-13 में जहरीली शराब के नशे के कारण घटना भगवान आरा दीपू सिंह आंखें सूरदास की दोनों आंखों से चले गए थे। तभी से वह हनुमानगढ़ी पर भिक्षाटन कर रहा है। उसने इमोली बाग क्षेत्र में किराए पर लिया है। सूरदास और ननकू के बीच अक्सर विवाद होता रहता था। रात में रहने वाले इन दोनों ने कमरे पर ही जहरीला पदार्थ और शराब पी।
क्षेत्राधिकारी अयोध्या ने बताया कि 28 अप्रैल को हनुमानगढ़ी के इमली बोबिया में महंत हनुमान दास के मकान में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। इस मामले को सुलझाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक ने टीम गठित की थी। इसी टीम ने नानू की हत्या के आरोप में भिखारी सूरदास को गिरफ्तार किया है। डीएसपी अयोध्या के अनुसार, आस सूरदास ने बताया कि ननकू उसके साथ प्रभावित हुआ था। साथ वाले दिन भी दोनों में विवाद हुआ था, इसी क्रम में सूरदास ने ननकू की हत्या गला दबाकर दबा दी थी। इस मामले के खुलासे के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने केस सॉल्व करने वाली टीम को नगद अवार्ड देने की घोषणा की है।
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पहले प्रकाशित : मई 04, 2023, 10:35 IST