UNITED NEWS OF ASIA. दुर्ग | बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हाल में हुए हमले के संदिग्ध आरोपी आकाश कैलाश कन्नौजिया को दुर्ग में पूछताछ के बाद पुलिस ने रिहा कर दिया। दुर्ग रेलवे स्टेशन पर ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से आकाश को हिरासत में लिया गया था, जहां मुंबई पुलिस के अधिकारियों से कई घंटों तक पूछताछ की गई। हालांकि, अंत में आकाश को निर्दोष मानते हुए उसे छोड़ दिया गया।
मुंबई पुलिस ने पहले ही दुर्ग आरपीएफ को सैफ अली खान पर हमले के संदिग्ध की फोटो भेजी थी। जब ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस दुर्ग स्टेशन पर पहुंची, तो आरपीएफ ने ट्रेन की बोगी की तलाशी लेकर संदिग्ध को पकड़ा। जांच के दौरान, आकाश ने बताया कि वह मुंबई के कोलाबा से आकर छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में अपने रिश्तेदार के पास जा रहा था।

पूछताछ में नया खुलासा
मुंबई पुलिस के सब-इंस्पेक्टर प्रदीप फुंडे ने बताया कि, आकाश सिर्फ एक संदिग्ध था और जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि वह हमलावर नहीं है। पुलिस ने उसकी जांच पूरी करने के बाद उसे रिहा कर दिया। इसके बाद, दुर्ग रेलवे स्टेशन पर उसे छोड़ दिया गया।

सैफ अली खान पर हमला
यह घटना 15 जनवरी को मुंबई के खार स्थित गुरु शरण अपार्टमेंट में हुई, जब दो अज्ञात हमलावरों ने सैफ अली खान पर उनके घर में घुसकर हमला किया। हमलावर ने सैफ को छह जगह चाकू मारा था, जिसमें से एक चाकू का टुकड़ा उनकी पीठ में फंसा था। हालांकि, सैफ की हालत अब स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज लीलावती अस्पताल में चल रहा है।
मेड ने हमलावर की पहचान की
सैफ की मेड, अरियामा फिलिप, ने पुलिस को बताया कि हमलावर ने एक करोड़ रुपये की मांग की थी। जब वह चीखी, तो सैफ कमरे में पहुंचे और हमलावर से हाथापाई की। इस दौरान दूसरी मेड भी आ गई, जिससे हमलावर भाग गया।

न्यायिक प्रक्रिया जारी
मुंबई पुलिस द्वारा की गई पूछताछ और जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि आकाश कन्नौजिया का इस हमले से कोई संबंध नहीं था। फिलहाल, पुलिस ने मामले की गहन जांच के लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।