UNITED NEWS OF ASIA. बीजापुर | छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी हमले में 9 बहादुर जवानों की शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि शहीद जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया।
गृहमंत्री ने शोक व्यक्त करते हुए कहा:
“एक आईईडी विस्फोट में हमारे बहादुर जवानों के बलिदान की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है। इस शोक को शब्दों में व्यक्त करना असंभव है। मैं शहीद जवानों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हमारा लक्ष्य है कि 2026 तक देश से नक्सलवाद का पूरी तरह खात्मा किया जाए।”
नक्सलवाद के खिलाफ तेज होगा अभियान
गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों के खिलाफ सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर सुरक्षा बलों की रणनीतियों को और अधिक सशक्त बनाएंगी। इस अभियान के तहत नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास परियोजनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा और सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जाएगा। शाह ने यह भी कहा कि यह हमला सरकार के लिए नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई को और तेज करने का एक और कारण बन गया है।
हमले की पृष्ठभूमि:
यह हमला नक्सलियों द्वारा पिछले दो वर्षों में सुरक्षाबलों पर किया गया सबसे बड़ा हमला था और वर्ष 2025 का पहला बड़ा हमला। माओवादियों ने बीजापुर के कुटरु (अंबेली गांव) के पास सुरक्षा बलों की गाड़ी को आईईडी विस्फोट से निशाना बनाया। विस्फोट इतना भीषण था कि मौके पर ही 9 जवान शहीद हो गए।
केंद्र की रणनीति:
गृहमंत्री ने स्पष्ट किया कि नक्सलवाद के उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता अडिग है। उन्होंने कहा कि नक्सली गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए सुरक्षा बलों को और अधिक उन्नत उपकरण और रणनीति से लैस किया जाएगा। साथ ही, माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास और बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि क्षेत्र के लोग मुख्यधारा से जुड़ सकें।
देशभर से मिल रहा समर्थन:
शहीद जवानों की शहादत पर पूरे देश से संवेदनाओं का सैलाब उमड़ रहा है। कई राजनीतिक नेताओं, सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने नक्सलवाद के खात्मे के लिए सरकार की मुहिम को अपना समर्थन दिया है।
2026: नक्सलवाद के खात्मे का लक्ष्य
अमित शाह ने कहा कि सरकार इस दिशा में हरसंभव प्रयास कर रही है और मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा। यह देश के लिए एक नई शुरुआत होगी, जहां विकास और सुरक्षा के लिए लाल आतंक की कोई जगह नहीं होगी।
नक्सलवाद के खात्मे के लिए सरकार के प्रमुख कदम:
- सुरक्षा बलों की क्षमता बढ़ाना: आधुनिक उपकरण और रणनीतियों का इस्तेमाल।
- विकास को बढ़ावा: नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार परियोजनाओं का विस्तार।
- जनता की भागीदारी: स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाना और नक्सलियों के खिलाफ जागरूकता फैलाना।
बीजापुर की यह घटना पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि नक्सलवाद जैसी समस्याओं से निपटने के लिए सभी स्तरों पर एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है। गृहमंत्री का 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का वादा न केवल सुरक्षा बलों के प्रति श्रद्धांजलि है, बल्कि एक ऐसे भारत की दिशा में कदम है, जहां हर नागरिक सुरक्षित और सशक्त महसूस कर सके।