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अरविंद केजरीवाल ने 2024 की योजना के लिए नीतीश कुमार को ममता बनर्जी से मिलने का न्यौता दिया, डिनर में कोई शामिल नहीं हुआ

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दिल्ली के चलो और आम आदमी पार्टी (आप) के कमिशनर अरविंद केजरीवाल 2024 जून चुनाव से पहले तीसरे फ्रंट बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। गैर-भाजपाई और गैर-कांग्रेसी दलों को एक मंच पर लाकर एकजुट करना चाहते हैं। हालांकि, इस दिशा में पहले ही कदम पर उन्हें बड़ा झटका लग रहा है। पता चला है कि ‘आप’ कमिशनर ने निवर्तमान कुमार, ममता बनर्जी, के चंद्रशेखर राव सहित 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर उन्हें अपने साथ संबंध का न्योता दिया था। सभी को 18 मार्च को दिल्ली में डिनर पर बुलाया गया था। लेकिन इन क्लबों ने अलग-अलग वजह देते हुए हिजाब के भोज से दूरी बना ली। अब इसके कई मायने जा रहे हैं।

एनडीटीवी ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि अर्जुन ने तीसरा फ्रंट बनाने का मकसद कई राज्यों को मुख्यमंत्रों को एक मंच पर लाने की कोशिश की है। उन्होंने 5 फरवरी को बंगाल की ममता बनर्जी, केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के सक्रिय कुमार, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, नोएडा के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को पत्र लिखा। उन्होंने इन सभी नेताओं को 18 मार्च की शाम सात बजे दिल्ली में डिनर पर आमंत्रित किया था। ‘प्रोग्रेसिव ग्रुप ऑफ चीफ मिनिस्टर्स या G8’ का नाम लेते हुए कबीर ने कहा था कि 19 मार्च को डिनर पर चर्चा के बाद प्रेस कॉन्फेंस की शेयरिंग की जाएगी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि खाताधारक के पत्र पर इन नेताओं की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं आया। सूत्रों के अनुसार, प्रमाण के अनुसार चंद्रशेखर राव ने भी खराब स्वास्थ्य का उल्लेख देते हुए आने से इनकार कर दिया। के सह की प्रतिक्रिया को इसलिए भी हैरानी के साथ देखा जा रहा है क्योंकि उनके मंच पर चार्जर और भगवंत मान पहुंचे थे। निर्जल कुमार और ममता बनर्जी ने भी स्मार्टफोन के न्योते को स्वीकार नहीं किया। हालांकि, नीतीश और ममता बनर्जी भी बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बनाने की कोशिश कर रही हैं और चार्जर ने उनके साथ जाने पर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई थी।

आरोपितब है कि पहले नकारात्मक कुमार, ममता बनर्जी, के चंद्रशेखर राव जैसे विपक्षी दल एक मंच पर आने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी तक किसी भी नेता का प्रयास सफल होता नहीं दिख रहा है। अरविंद केजरीवाल ने भी यह कोशिश ऐसे समय पर की है जब कई मुद्दों पर केंद्र सरकार के साथ उनका टकराव चरम पर है। कबीर के सबसे करीबी सहयोगी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हाल ही में राष्ट्रीय दल के लिए जबरदस्त निर्णय लेने वाला ‘आप’ केवल एक गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी दल है जिसकी एक से अधिक राज्यों में सरकार है। कबीर अपनी पार्टी को विस्तार देना चाहते हैं तो उनकी पार्टी एक से अधिक बार कह रही है कि 2024 का चुनाव ‘मोदी बनाम शाहरुख’ होगा।

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Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
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