
UNITED NEWS OF ASIA.नेमिष अग्रवाल , राजनांदगांव। प्रयागराज कुंभ की आस्था से वंचित न रह जाएं, इस सोच के साथ राजनांदगांव जिला जेल प्रशासन ने एक अनोखी पहल की। जेल परिसर में ही कुंभ स्नान का आयोजन किया गया, जहां 358 बंदियों ने श्रद्धा और भक्ति के साथ आस्था की डुबकी लगाई। जेल के भीतर यह नजारा किसी कुंभ मेले से कम नहीं था, जहां बंदी भक्ति भाव से ओतप्रोत नजर आए।
प्रयागराज से आया पवित्र जल, जेल में बना कुंभ
प्रयागराज में जारी कुंभ मेले में जहां करोड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं, वहीं जेल में बंद रहने के कारण कई बंदी इस आध्यात्मिक अवसर से वंचित थे। इसे देखते हुए जेल प्रशासन ने प्रयागराज से गंगाजल मंगवाकर जेल परिसर में ही कुंभ स्नान की व्यवस्था की।
जिला जेल अधीक्षक अक्षय सिंह राजपूत ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार यह विशेष आयोजन किया गया, जिससे जेल में बंद बंदियों को भी आध्यात्मिक शांति और धार्मिक आस्था का अनुभव मिल सके।
बंदियों में दिखा जबरदस्त उत्साह
सुबह 8 बजे शुरू हुए इस आयोजन में सैकड़ों बंदी सफेद वस्त्र धारण कर स्नान के लिए एकत्र हुए। सभी ने मिलकर मां गंगा का आह्वान किया, पूजा-अर्चना की और गंगा जल से स्नान कर आध्यात्मिक शुद्धि का अनुभव लिया। जेल प्रशासन द्वारा कराई गई इस विशेष पूजा से बंदियों के चेहरे पर अद्भुत शांति और संतोष नजर आया।
बंदियों के लिए आध्यात्मिक शांति का माध्यम
जेल अधीक्षक अक्षय सिंह राजपूत ने बताया—
“यह आयोजन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि बंदियों के मानसिक और आध्यात्मिक सुधार की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। कुंभ स्नान से उन्हें आत्मिक शांति मिली और यह आयोजन उनके भीतर सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगा।”
समाज और सुधार की दिशा में नई पहल
यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि बंदियों के पुनर्वास और सुधार की दिशा में एक नई पहल है। जेल के भीतर इस तरह के आयोजन यह दर्शाते हैं कि आस्था और आध्यात्मिकता की रोशनी किसी भी दीवार के भीतर रोकी नहीं जा सकती। बंदियों को भी आत्मिक शांति और सुधार का अवसर मिलना चाहिए, और यह कुंभ स्नान उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।













