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एंटी करप्शन ब्यूरो ने एसएचओ हेड कांस्टेबल दलाल के खिलाफ दर्ज किया केस, जानें कैसे तय हुआ था घूस का सौदा

रिपोर्ट:दूसरा बिश्नोई

नागौर। छुआ लाख रुपये की रिश्वत के मामले में कुचामन थाने के सस्पेंड एसएचओ मनोज माचरा, हेड कॉन्स्टेबल सोहनलाल व दलाल के खिलाफ एससीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) में मामला दर्ज हो गया है। नागौर एसपी राममूर्ति जोशी द्वारा शिकायत की गई रिपोर्ट के आधार पर एसीबी मुख्यालय ने रिश्वत का मुकदमा दायर किया है। मामले में एसीबी के एएसपी हिमांशु ने कुचामन सिटी पहुंचकर जांच शुरू कर दी है. जल्द ही थानेदार, हेड कांस्टेबल दलाल की गिरफ्तारी हो सकती है।

दरअसल, जमीनी धोखाधड़ी का एक मामला कुचामन थाने में दर्ज हुआ है। जिन चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, वे सभी कुचामन के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। इन लोगों को जब फोन आया तो कुछ लोग होश उड़ गए। कहा जा रहा है थाने में हिरासत में लिए जाने के बाद कुचामन सिटी के एक पत्रकार ने दलाली दलाली शुरू की। इसके बाद हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति नरेश अग्रवाल से कुचामन थानाधिकारी मनोज माचरा का सौदा फाइनल हो गया।

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एसपी की जांच में हुआ खुलासा

कुचामन सिटी के मामले की चर्चा कुचामन से लेकर नागौर जिला मुख्यालय तक होने लगी। तब एसपी राममूर्ति जोशी ने कनेक्शन जांच करवाई. जांच में खुलासा इस तरह हुआ कि नरेश अग्रवाल ने अपने दोस्त सरपंच को तीन लाख का अख्तियार करने की जिम्मेदारी दी थी। सरपंच ने आगे एक और दोस्त को जिम्मेदारी दी और वहां से नरेश अग्रवाल तीन लाख रुपये लाए, जो रुपये हेड कांस्टेबल सोहनलाल को दिए गए। सोहनलाल ने उस पत्रकार को 50 हजार रुपये के हिसाब से डील की और बाकी के सीआई के लिए ले गए। इसके बाद ऑडियो में इसके लिए दिए गए चार लोगों को छोड़ दिया गया है।

टैग: रिश्वत, नागौर न्यूज

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