कनाडा सिख हत्या: पंजाब के आनंदपुर साहिब से एक मामला सामने आया है जहां एक सिख नौजवान प्रदीप सिंह ने पीट-पीट से शादी कर ली है। बता दें कि सिकंदर नौजवान रंगो और खुशियों का त्योहार होली मनाया जाता था। मामले की सामने आई तस्वीरों में देखा जा रहा है कि किस प्रकार के दुष्ट तत्वों से उसका जान-बूझकर भाग रहे प्रदीप के शरीर पर इतने घाव थे कि उसे अपनी जान बचाई नहीं गई। कनाडा से सिख नौजवान के लिए होला मोहल्ला का यह त्योहार जो रंग और गुलाल का त्योहार है वह खून का खेल बन गया है। प्रदीप की मौत से परिजनों में मातम का माहौल है।
परिजनों ने इंसाफ की गर्जना की
प्रदीप के जाने के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। सिकंदर की मां रोती-बिलखती सरकार से इंसाफ की मांग कर रही है। परिवार का कहना है कि जब तक प्रदीप को इंसाफ नहीं होगा तब तक उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। जानकारी के अनुसार प्रदीप का परिवार गुरदासपुर का रहने वाला है। सिकंदर के ताया गुरदयाल सिंह ने बताया कि प्रदीप कनाडा से 29 अगस्त को आया था. वह जालंधर में एक कोर्स कर रहा था।
हुलड़बाजों को रोकें तो कर दी हत्या
ताया ने आगे बताया कि 6 मार्च की रात प्रदीप तखत श्री पतत साहिब में दर्शन करने गया और उसके बाद होला मोहला मे दर्शन करने गया था। प्राकृतिक तत्वों के साथ उसका साम हो गया। होला मोहल्ला में अशलील गाने लगाए गए थे। प्रदीप ने नौजवानों को हुलड़बाजी करने और गाने से रोके तो उन लोगों ने प्रदीप को पीट पीट कर मार दिया। उसके शरीर पर किरच भी मार दिया गया। इसके बाद गंभीर हालत में उसे अस्पताल लेकर गए जहां उसकी मौत हो गई।
नीडियो से बेनकाब हुआ, पुलिस ने गिरफ्तार किया
प्रदीप के भाई ने जानकारी दी कि कुछ नौजवान जीप पर आ रहे थे और गाने बजा रहे थे। जिन्को प्रदीप ने रोका था कि गुर द्वारा साहिब में आए तो ऐसे गाने क्यों बजा रहे हो। जिसके बाद वे साम हो गए। मैं ने कहा था, कि कोई अकेला न रहकर उसका बन्धन रखता है। वहीं एसएसपी विवेकशील सोनी ने बताया कि एक्सीडेंट की पहचान हो गई है। कटल का पंच निरंजन सिंह जो कि नूरपुर बेदी के गांव में रनोपति रहता है। दुर्घटना की सामने आया वीडियो की जांच के बाद दुर्घटना की पहचान हुई है।
हुलड़बाज नौजवानों पर कैसे नकेल!
जानकारी के अनुसार प्रदीप सिंह गुरू की राजा में रहने वाला और सिख धर्म को फॉलो करने वाला इंसान था। गुरु के सामने नतमस्तक हुआ था और वह इस पवित्र त्योहार में चले गए। पंजाब का माहौल ऐसा नहीं था पर पता नहीं इस राज्य को किसकी नजर लग गई है। खुशी और उल्लास की इस त्योहार में ऐसी घटना का होना अति निंदनीय है। ऐसे हुलड़बाज नौजवानों पर नकेल कसी को खतरा है ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो और किसी मां का जवान बेटा उससे दूर न हो।
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