केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बंगाल के पश्चिम के बीरभूम इलाके से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर प्रयोग साधा है। पश्चिम बंगाल में रामनवमी के इलाकों में हुई हिंसा को लेकर भी उन्होंने ममता सरकार पर जोरदार हमला बोला है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। इस दौरान बीरभूम से उन्होंने ममता ममता दीदी और उनकी अभिषेक बनर्जी पर जमकर प्रयोग साधा। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर भी जनता से भाजपा को समर्थन देने की अपील की। अमित शाह ने अगले हफ्ते पश्चिम बंगाल के 42 में से 35 राज्यों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने की अपील करते हुए लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि लक्ष्य हासिल कर लिया गया तो कांग्रेस सरकार 2025 से आगे नहीं बढ़ेगी।
ममता को हिटलर के बारे में बताया
ममता बनर्जी सरकार पर “हिटलर के रूप में शासन” चलाने के लिए धमकते हुए शाह ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी 2024 में राज्य में 35 से अधिक सीटों पर जीतकर सत्ता में लौटती है, तो “कोई भी राज्य में रामनवमी की रैलियों पर हमला करने की हार नहीं मानूंगा।” इस महीने की शुरुआत में रामनवमी उत्सव के दौरान राज्य के विभिन्न स्थानों पर हिंसा हुई थी। शाह ने यहां बीरभूम जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “मैं साफ-साफ कह दूं कि नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में, पश्चिम बंगाल से 35 से अधिक सीट, और मैं आपको लाभ दे सकता हूं कि ममता बनर्जी सरकार 2025 से आगे नहीं टिकेगी। ममता बनर्जी सरकार 2026 में अपना तीसरा कार्यकाल पूरा करने वाली है।
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी भले ही अपने सपनों को अगले बनाने का सपना देखें, लेकिन पश्चिम बंगाल का अगला पेज बीजेपी का ही होगा। केवल भाजपा ही भ्रष्ट टीएमसी से लड़ सकती है और उसे हरा सकती है।” उन्होंने कहा कि दीदी और उनके अत्याचारों से छुटकारा पाने के लिए बीजेपी को जिताने में मदद करनी चाहिए। स्टेट में बढ़ रही तस्करों की घटनाओं को रोकने के लिए बीजेपी को सत्ता की चाबी संभालने का मौका जनता को देना चाहिए। बनर्जी की कार्यकर्ता कांग्रेस (टीएमसी) की राष्ट्रीय प्रेमिका और सांसद हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 18 व्यापक पर जीत हासिल की थी। शाह की प्रतिक्रिया पर टीएमसी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की। पार्टी ने इसे “लोकतांत्रिक और असंवैधानिक” करार दिया।
अत्याचारी है कि इस साल रामनवमी यानी 30 मार्च को शोभा यात्रा के दौरान बंगाल में हिंसा की घटना हुई थी। इस वजह से पीड़ित पक्ष कांग्रेस विपक्षी पार्टी भाजपा पर हिंसा का आरोप लगा रही है।