नागाडबरा बैगा नरसंहार मामला विधायिका जी के दबाव पर पुलिस कप्तान और भाजपा के लोग मुझपे झूठा बेबुनियाद आरोप लगाकर हत्याकांड खुलासे पर अपनी नाकामी छूपा रहे
भाजपा की चोरी फिर सीना ज़ोरी कहावत सिद्ध हो गई :- उल्टा चोर कोतवाल को डाटे (नागाडबरा कांड)
कुछ लोगो द्वारा अपनी नाकामी छुपाने मुझे सोशल मीडिया में गलत साबित करने की बेतुकी सोच है और बैगा परिवार की हत्या जैसे गंभीर अपराध में अपनी पूरी विफलता – नाकामी को छुपाने अब इस तरीक़े से गंदा षडयंत्र कर राजनीति कर रहे – नीलकंठ चन्द्रवंशी
UNITED NEWS OF ASIA. नागाड़बरा हत्या कांड जो आदिवासी बैगा परिवार के तीन सदस्यों का बेरहमी से नरसंहार हुआ है उसके खुलासे के बाद हत्या को दुर्घटना बताने वाली पुलिस और भाजपा विधायक अपनी नाकामियों को जनता के सामने आने से डर कर मुझपे ही आरोप गण रहे है ये लोग नहीं चाहते थे कि इस हत्या का खुलासा हो वो चाहते थे कि ये मामला जनता को हत्या का नहीं आगजनी से दुर्घटना का दिखे इस लिये वे सूक्ष्म जाँच नहीं कर रहे थे जिसका मैंने और कांग्रेस के हमारे क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं ने धरनाप्रदर्शन पुतला दहन कर थाना घेराव करते हुवे पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने अपराध का पुरज़ोर विरोध किया था ।
इस मामले पर पुलिस प्रशासन शूरू से एक राय होकर हत्या को दुर्घटना बताती रही है अंतः जब कुछ गवाहो के द्वारा हत्यारों के भय से मुक्त होकर ख़ुद आगे आकर गवाह दिया गया तब जाकर ये मामले का खुलासा पुलिस ने किया और अब अपना ही पीठ ख़ुद थपथपा कर मुझपे विधायक के दबाव के चलते बेबुनियाद आरोप लगा रही।
ये कहते है कि मुझे दो फ़रवरी से इस हत्या के विषय में ना जाने क्या क्या जानकारी थी जो मैं ख़ुद नहीं जानता मैं क्षेत्रीय विधायक सहित उनके मीडिया सैल के कार्यकर्ताओं और कवर्धा पुलिस कप्तान को बताना चाहता हूँ की मैं दो फ़रवरी से ही नहीं बल्कि 20 जनवरी से हमारी कांग्रेस पार्टी संगठन सहित क्षेत्रीय लोग चीख चीख कर बोल रहे थे की ये घटना दुर्घटना नहीं सोची समझी साजिस के तहत किया गया हत्या है मुझे जिस दिन इस घटना की जानकारी हुई उसी दिन से पूरे गांव और क्षेत्र सहित ज़िले की आमजनता को जानकारी थी कि ये हत्या है कोई दुर्घटना नहीं.
मुझपे आरोप लगाया जा रहा कि मैंने साक्ष्य छुपाया है मुझे आरोपी बनाने की धमकी दे रहे मैं इन आरोपों और धमकियो से नहीं डरता साथ ही मैं पूछता हूँ पंडरिया की हमारी मा.विधायिका जी और कवर्धा मा. sp जी जो मुझे गलत साबित करने में लगे है वो बताये की मैं इस मामले में क्या उत्तरदायित्व रखता हूँ मेरा पद पोस्ट क्या हैं जो इस घटना का सबूत मैं आपको देता अब आप बताये की सबुत एकत्रित करना आरोपियों को सामने लाना और इस मामले का खुलासा करना ये मेरा काम था की पुलिस प्रशासन का आप बताओ कि
क्या मैं सरकारी जाँच एजेंसी हूँ ?
क्या मैं क्षेत्रीय विधायक हूँ ?
क्या मैं पुलिस थाना प्रभारी हूँ ?
क्या मैं कोई प्रसाशनिक व्यक्ति हूँ ?
या क्या मैं प्रदेश सरकार का हिस्सा हूँ ?
अब सुनिए कौन हूँ क्या हूँ
मैं नीलकंठ चन्द्रवंशी विपक्ष का नेता बाद में हूँ पहले मैं उन 94 हज़ार मतदाताओं के प्रतिनिधित्व कर्ता हूँ जिन्होंने मुझे अपना वोट दिया है मैंने अपने क्षेत्रीय पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आवाज़ बुलंद की अगर ये ना करता तो प्रशासन इस मामले को सरकार के दबाव में दुर्घटना करार देकर फ़ाइल बंद कर देती जिससे मृतक को उसके परिवार को न्याय नहीं मिलता
एक तो हत्या को दुर्घटना का नाम देकर भोले भाले बैगा समाज के साथ खिलवाड़ करते है कभी सॉर्टसर्किट या रसोई गैस से लगी आग बताकर मामले को रफ़ा दफ़ा करते है फिर इस कहानी का विरोध करने वाले को पीड़ित परिवार समाज की न्याय की लड़ाई में उनका साथ देने वाले के ऊपर झूठी कहानी बनाके जनता को भ्रमित कर अपनी विफलता छुपाने का घटिया कृत्य करते है
समझ जाइए साँच को आँच नहीं – विफल है प्रशासन
क़ानून व्यवस्था लचर और पुलिस प्रशासन कठपुतली बन गई है
आप सब देख सकते है पंडरिया का नागाड़बरा हत्या कांड और कवर्धा का लालपुर हत्याकांड दोनों ही मामलो में सरकार और पुलिस प्रशासन से कोई उम्मीद नहीं अब ये दोनों मामला जनता दरबार की उनकी अदालत में आ गई है निर्णय जनता लेगी !