
यादव ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में अमेठी के जामो क्षेत्र में आरिफ नाम के व्यक्ति के साथ पिछले करीब एक साल से रह रहे सारस को वन विभाग की टीम द्वारा मंगलवार को रायबरेली के सभीपुर पक्षी विहार में जाने का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने उसे भेजा था। सारस सिर्फ दिखने से क्योंकि वह गत पांच मार्च को आरिफ और उस सारस से मिलने गए थे और बधाई दिए गए थे।
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व अखिलेश यादव ने अमेठी में एक के साथ रह रहे सारस को वन विभाग द्वारा व्यक्ति पक्षी विहार में जाने की घटना को लेकर सरकार पर बुधवार को ध्यान साधना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर इशारा किया करते हुए कहा कि अगर सरकार सारस कंधा लगा रही है तो उन लोगों से मोर भी ले लिए गए जो उसे दाना खिला रहे थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक सवाल पर यह भी दावा किया कि मैनपुरी के उपचुनाव जीतने में प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने सपा की मदद की थी।
यादव ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में अमेठी के जामो क्षेत्र में आरिफ नाम के व्यक्ति के साथ पिछले करीब एक साल से रह रहे सारस को वन विभाग की टीम द्वारा मंगलवार को रायबरेली के सभीपुर पक्षी विहार में जाने का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने उसे भेजा था। सारस सिर्फ दिखने से क्योंकि वह गत पांच मार्च को आरिफ और उस सारस से मिलने गए थे और बधाई दिए गए थे। उन्होंने कहा, यही लोकतंत्र है। लोगों ने कुत्ते—बिली पाले हुए हैं। न जाने पालतू कुत्ते कितने लोगों को काटते हैं। सरकार ने उस पर क्या किया?
पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उनका नाम ब्लॉगिया कहा, अगर सरकार सारस को छीन रही है तो सरकार को उन्हें भी खींच लिया जाना चाहिए जो उन्हें दाना खिला रहे थे। क्या सरकार की कमी वहां पहुंच सकती है। यह सरकार ने सिर्फ इसलिए किया क्योंकि सारस और उसके पालन करने वाले आरिफ से मैं साथ आया था। सरकार ने उस सारस को रिकॉर्ड कर लिया है। सरकार बताएं कि सारस को कहां रिकॉर्ड किया गया है। अटैचमेंट है कि करीब दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो मीडिया में आया था जिसमें वह मोर को दाना खिला रहे थे।
इसे लेकर खास बातें हुई थीं। प्रेस कांफ्रेंस के मंच पर आरिफ भी मौजूद थे। आरिफ का साथी बनकर रह रहे सारस को वन विभाग की टीम ने रायबरेली के सभीपुर पक्षी विहार में भेज दिया है। विभागीय अधिकारियों का दावा है कि अमेठी के जामो विकास खंड के मण्डखा निवासी आरिफ के साथ रह रहे सारस को उसकी प्राकृतिक पहुंच में आने के लिए मंगलवार को रायबरेली के ऊंचाहार सभीपुर पक्षी विहार में भेज दिया गया है। विभाग की टीम ने आरिफ से मुलाकात कर इसकी सहमति ली थी।
सपा ने अध्यक्ष ने एक प्रश्न पर कहा, इस प्रदेश की रुई के लिए जिम्मेदार हैं, पर्यटक मंत्री नहीं। पर्यटक मंत्री कब किसी दूसरे के साथ पर्यटक कर लेंगे, यह आपको पता ही नहीं है। पहले भी वह पर्यटक हैं। उन्होंने कहा, मैनपुरी (लोकसभा) उपचुनाव में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए, वह पार्टी के अंदर ही समाजवादी पार्टी से मिले थे। हालांकि मैं यह बात नहीं कहना चाहता था लेकिन आपने क्रोध पैदा किया तो कह दिया।
अटैचमेंट है कि पिछले साल दिसंबर में मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने जीत दर्ज की थी। यह सीट सपा घेरे सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हो गई थी। सपा ने राष्ट्रपति प्रदेश की भाजपा सरकार पर जुल्म-ज्यादती का आरोप लगाते हुए आरोप लगाया कि वह पिछले साल अटैचमेंट में दक्कन जेल में बंद सपा के फाईलर सोलंकी से मिलने गए थे, अगले ही दिन उन्हें महराजगंज जेल स्थानांतरित कर दिया गया।
सपा नेता आजम खां और उनके परिवार के कारण परेशानी में हैं क्योंकि वे समाजवादी हैं। पूर्व ने आरोप लगाया कि न सिर्फ किसानों और आम लोगों का दुश्मन है बल्कि छठ और फाइलों का भी दुश्मन है। उन्होंने कहा, मुझे याद है कि सरकार ने इटावा में सारस संरक्षण के लिए एक इंडेक्स सेंटर की योजना बनाई थी, उसे भी सरकार ने बंद कर दिया। इटावा में सारस का संरक्षण केंद्र बन रहा था, इस सरकार ने अपना लिया।
सारस मित्र बनाए जा रहे हैं लेकिन सरकार ने उनका मानदेय खत्म कर दिया। बर्ड फेस्टिवल होते थे, उन्हें भी खत्म कर दिया। बीजेपी वालों से आप उम्मीद नहीं कर सकते कि वे पर्यावरण के लिए भी कुछ कर सकते हैं। यादव ने आरोप लगाया कि सरकार ने पिछले महीने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के लिए तादाद में बड़े पेड़ों को काट दिया और जो गाड़ लिए गए थे उन्हें बीजेपी के लोग चोरी कर गए। पूर्व ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह संविधान को खत्म करने के लिए काम कर रहा है। उनका एक-एक कदम लोकतंत्र को खत्म करने के लिए है।
आगामी 25 मार्च को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ से जुड़े एक सवाल पर यादव ने कहा कि सरकार को यह बता सकता है कि उसके पिछले छह साल का होश—किताब क्या है। किसानों का गन्ना मूल्य अब भी छुट रहा है। आलू नहीं जा रहा है। सरकार सबमिट करें कि उसने पिछले छह वर्षों में कार्यक्षेत्र में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अनिवार्य रूप से एक नया तरीका निकाला है।
सरकार किसी विश्वविद्यालय या मेडिकल कॉलेज में नौकरी के लिए विज्ञापन निकालती है और किसी एक वरीयता को नौकरी देती है और बाकी को अयोग्य घोषित कर देती है। यह चिंता का विषय है कि जो खेल चल रहा है उसके बारे में हमें और आपको पता ही नहीं है। इससे पहले, अखिलेश ने सपा नेता प्रमोद त्यागी द्वारा लिखित पुस्तक कुंती : अंतर्कथा का विमोचन भी किया।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



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