राजस्थान समाचार: आज देहात के बीजेपी विधायक और पूर्व विधायक देवीशंकर भूतड़ा (देवीशंकर भूत्रा) पर चोरी का गंभीर आरोप लगता है। ब्यावर (ब्यावर) के विधायक शंकर सिंह रावत (शंकर सिंह रावत) की मौजूदगी में कैप्टन झुंझार सिंह ने चोरी का डकैती का आरोप लगाया। उनका कहना है कि भूतड़ा ने नीलकंठ महादेव मंदिर से बेशकीमती नीलम शिवलिंग की चोरी की और 85 करोड़ रुपए में बेच दिया। तमिलनाडु में बेचने के बाद नीलकंठ महादेव मंदिर में दूसरे शिवलिंग की स्थापना की।
श्रृंगी ऋषि की तपोभूमि थी नीलकंठ तीर्थ
ब्यावर के निकट प्राचीन नीकंठ महादेव मंदिर दशकों से लोगों की आस्था का केंद्र रहा है। अरावली के चित्रवादियों के बीच रमणीय और पावन स्थलों पर प्रदेशभर से संबंधित नामांकन हैं। माना जाता है कि तपोस्थली पर शिवलिंग की स्थापना हजारों साल पहले श्रृंगी ऋषि ने की थी। आज भी ऋषि की धूल के दर्शन किए जा सकते हैं। ऐसा भी कहा जाता है कि प्राचीन काल में राजा दशरथ ने पुत्र प्राप्ति के लिए इस स्थान पर श्रृंगी ऋषि से यज्ञ को भी दस्तावेज किया था। यज्ञ के बाद राजा दशरथ को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी।
2006 में भूतड़ा ने जीर्णोद्वार का विवरण दिया था
प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर का जीर्णोद्वार वर्ष 2006 में ब्यावर विधायक देवीशंकर भूतड़ा ने विवरण दिया था। भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का नवीनीकरण करने के साथ पहाड़ी पर माता वैष्णो देवी मंदिर का निर्माण भी विवरण। मंदिर में देवी प्रतिमा के साथ वैष्णो देवी धाम से देखे गए माता के पिंडी दर्शन भी स्थापित किए गए। मंदिर का जीर्णोद्वार होने से पूर्व ही विवाद होने लगे। भूतड़ा पर बेशकीमती नीलम शिवलिंग की चोरी कर बेचने के आरोप लगने लगे। उस टाइम चोरी का मामला काफी गर्माया गया और विवादों में रहा।