
प्रतिरूप फोटो
गूगल क्रिएटिव कॉमन्स
महाराष्ट्र से कांग्रेस के एकमात्र एकमात्र सदस्य नारायण धानोरकर का मंगलवार गुडगांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें ग्लाइन में ग्लिन में ऑपरेशन के स्टेटमेंट्स स्टेटमेंट्स को लेकर अस्पताल में भर्तियों का आरोप लगाया गया था। अजित पवार ने कहा, ”अल्प आयु में उनका निधन स्तब्ध करने वाला है। उनके निधन से महाविकास अघाड़ी ने अपना सच्चा समर्थक खो दिया है।”
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के विधायक अजित पवार ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद सुरेश नारायण धानोरकर ऊ बालू धानोरकर के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) ने अपने समझौते से किसी एक को खो दिया है। महाराष्ट्र से कांग्रेस के एकमात्र एकमात्र सदस्य नारायण धानोरकर का मंगलवार गुडगांव के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें ग्लाइन में ग्लिन में ऑपरेशन के स्टेटमेंट्स स्टेटमेंट्स को लेकर अस्पताल में भर्तियों का आरोप लगाया गया था। अजित पवार ने कहा, ”अल्प आयु में उनका निधन स्तब्ध करने वाला है। उनके निधन से महाविकास अघाड़ी ने अपना सच्चा समर्थक खो दिया है।”
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन एमवीए में राकांपा के अलावा कांग्रेस और भाजपा (यूबीटी) घटक हैं। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पूर्वी महाराष्ट्र के चंद्रपुर से छह सदस्य धानोरकर लोग की नब्ज जानते थे और अपने गृह जिले के विकास के लिए कड़ी मेहनत करते थे। उन्होंने याद किया कि कैसे बीजेपी के पूर्व नेता धानोरकर वर्ष 2019 के दशक चुनाव में बीजेपी से सीट बंटवारे के तहत चंद्रपुर सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावों में जाने के बाद उनसे संपर्क किया था। चंद्रपुर सीट को राकांपा ने सीटवा बंटरे के तहत कांग्रेस के लिए उम्मीदवार बनाया था।
धानोरकर ने साल 2019 में बीजेपी छोड़ दी थी और इस हफ्ते चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनावी जंग लड़ी थी। पूर्व उप जिम्मेदार अजित पवार ने कहा कि राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने उस समय संलग्न कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की और धानोरकर को चंद्रपुर से उम्मीदवार बनने की। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के टिकट पर धानोरकर ने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर को हराया था। अजित पवार ने कहा, ”धानोरकर ने ऐसे समय में जीत दर्ज की जब पूरे राज्य में मोदी के पक्ष में लहर थी।” उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे धानोरकर ने राकांपा ऑफिस के लिए स्थान बनाया हुआ था।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।
अन्य समाचार



- लेटेस्ट न्यूज़ पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- विडियो ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें
- डार्क सीक्रेट्स की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
- UNA विश्लेषण की ख़बरें पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें