
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर । आज रायपुर स्थित इंडियन ओवरसीज़ बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय के बाहर प्रदेशभर से आए करीब 200 बैंककर्मी अपने परिजनों सहित एकत्र हुए। हाल ही में छत्तीसगढ़ में कुछ बैंक अधिकारियों की हुई गिरफ्तारियों के विरोध में उन्होंने अपनी गहरी नाराज़गी और भय व्यक्त किया।
इस अवसर पर ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन (AIBOC) छत्तीसगढ़ राज्य इकाई के राज्य सचिव वाई. गोपाल कृष्णा ने कहा कि लगातार हो रही गिरफ्तारियों और पुलिस की चेतावनियों ने पूरे बैंकिंग समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है।
उन्होंने कहा—
“सभी बैंक अधिकारी, बैंक की निर्धारित नीतियों और प्रक्रियाओं का पालन करते हुए ही खाते खोलते हैं। यदि केवल खाते खोलने की प्रक्रिया को आधार बनाकर निर्दोष अधिकारियों को दोषी ठहराया जाएगा तो भविष्य में अधिकारी खाते खोलने से हिचकिचाएँगे।”
उन्होंने चेतावनी दी कि इस स्थिति से सरकार की वित्तीय समावेशन योजनाएँ गंभीर रूप से प्रभावित होंगी और इसका सीधा नुकसान आम नागरिकों को उठाना पड़ेगा।
“ठोस प्रमाण हों तभी कार्रवाई करें”
कॉमरेड गोपाल कृष्णा ने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी अधिकारी की संलिप्तता ठोस प्रमाणों के आधार पर सिद्ध होती है, तो महासंघ उसका समर्थन नहीं करेगा। लेकिन केवल आशंका या सतही आधारों पर अधिकारियों को गिरफ्तार करना अन्यायपूर्ण और अस्वीकार्य है।
सभी बैंक अधिकारियों ने राज्य प्रशासन और पुलिस से यह मांग की कि—
किसी भी कार्रवाई से पूर्व ठोस प्रमाण प्रस्तुत किए जाएँ।
तथ्यों की जांच में विशेषज्ञ बैंक अधिकारियों की राय ली जाए।
निर्दोष अधिकारियों को अनावश्यक प्रताड़ना से बचाया जाए।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :