यूपी समाचार: बीजेपी (बीजेपी) ने पिछले अक्टूबर से चुनाव (लोकसभा चुनाव) की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य में उपचुनाव में मैनपुरी (मैनपुरी) और खतौली (खतौली) की हार ने बीजेपी के लिए चिंता खड़ी कर दी है। वहीं समाजवादी पार्टी (समाजवादी पार्टी) प्रमुख अखिलेश यादव (अखिलेश यादव) पहले से ज्यादा सक्रिय नजर आ रहे हैं। इस बीच राज्य में बीजेपी ने उन लोगों को विशेष रूप से चिन्हित किया है, जिस पर पार्टी को विशेष रूप से कड़ी चुनौती मिल सकती है। इन घोषणाओं के बारे में ही पार्टी के लिए ‘टारगेट-80’ को सेट करेंगे।
यूपी में बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए ‘टारगेट-80’ का प्लान रखा है। पार्टी इसके लिए एक नई टीम के साथ मैदान में उतरना चाहती है। लेकिन अभी तक यूपी नगर निकायों के चुनाव को लेकर बनी असमंजस की स्थिति से समस्या पैदा हो गई है। हालांकि अगर निकाय चुनाव बोलता है तो बीजेपी फिर से अपनी एक दिसंबर की चुनाव रणनीति पर काम करती है। इसके लिए नई टीम का एलन हो सकता है।
कब तय होगा?
निकाय चुनाव के लिए बीजेपी यूपी में नई टीम के साथ जनवरी में तैयारी शुरू कर देंगे। लेकिन दूसरी ओर अगर निकाय चुनाव की घोषणा हो जाती है, तब चुनाव के ठीक बाद बीजेपी नई टीम को जिम्मेदारी दी जाएगी। वहीं पार्टी ने आज मैनपुरी, कन्नौज,मगढ़ और फिरोजाबाद जैसे इलाके के लिए खास रणनीति तैयार की है। जिन क्लोजर पर ब्रोकर के लिए मुश्किल हो सकती है, उनकी जिम्मेदारी वाली पार्टी पहले ही केंद्रीय मंत्री को दी जाती है।
समाचार रीलों
लेकिन पार्टी की पूरी रणनीति यूपी निकायों में चुनाव के समय पर हावी हो जाती है। अगर चुनाव के एलान में देरी हुई तो फिर पार्टी जल्द ही कुछ बैठक कर सकती है। वहीं पिछले दिनों राज्य के कई बड़े नेताओं के दिल्ली दौरे ने इसके पूरे संकेत भी दिए हैं। गठबंधन के संजय निषाद ने भी दो दिन पहले पीएम मोदी से मुलाकात की है।