माकपा ने आरोप लगाया कि सिर्फ शाह ही नहीं, बल्कि संघ परिवार के कई अन्य नेताओं ने बार-बार भाषणों में ऐसे बयान दिए हैं, जो केरल के लिए ”अपमानजनक” थे। इसने कहा कि मानव विकास सूचकांक (एच डी डी) में अव्वल रहे केरल की तुलना सोमालिया जैसे देश से भी की गई।
केरल में झलकवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करने वाले एक लेख को लेकर वामपंथी पार्टी के सांसद जॉन ब्रिटास से स्पष्टीकरण की भाजपा नीत केंद्र का कदम देश में व्याप्त ”खतरनाक स्थिति” ‘ का संकेत है। माकपा ने आरोप लगाया कि सिर्फ शाह ही नहीं, बल्कि संघ परिवार के कई अन्य नेताओं ने बार-बार भाषणों में ऐसे बयान दिए हैं, जो केरल के लिए ”अपमानजनक” थे। इसने कहा कि मानव विकास सूचकांक (एच डी डी) में अव्वल रहे केरल की तुलना सोमालिया जैसे देश से भी की गई।
मार्कपा प्रदेश ने एक बयान में दावा किया कि केरल के प्रति भाजपा नेताओं की सक्रियता की भावना इस कारण से है क्योंकि यह शर्मिंदगी की रक्षा करने में एक आदर्श राज्य है और इसने केंद्र सरकार की वैश्वीकरण के विकल्प प्रदान किए हैं। माकपा ने कहा कि शाह ने कर्नाटक में केरल के बारे में कहा था कि उन्होंने हाल ही में मीडिया में प्रकाशित किया था, लेकिन जब ब्रिटास के एक लेख का उल्लेख किया गया तो उन्हें स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया।
बीजेपी के एक शेयर पी. सुधीर द्वारा दर्ज शिकायत के बाद ब्रिटास को उनके लेख को लेकर राज्यसभा के सभापति एवं उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ के कार्यालय में बुलाया गया था। अपनी शिकायत में, सुधीर ने ब्रिटास के लेख को ”अत्यधिक विभाजनकारी और ध्रुवीकरण करने वाला” करार दिया और ”देशद्रोही आचरण के लिए उनकी संभावित कार्रवाई” की मांग की।
अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।