कबीरधामछत्तीसगढ़

कृष्ण कथा में गोमाता की महिमा का बखान, आचार्य रामेश्वर ने बताया गोबर का महत्व

UNITED NEWS OF ASIA. कवर्धा। शहर में विभिन्न स्थानों पर धार्मिक आयोजनों की धूम है। लालपुर रोड पर भी श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है, जिसमें आचार्य रामेश्वर नारायण कथा का वाचन कर रहे हैं। यह आध्यात्मिक कथा 8 से 15 फरवरी तक चलेगी, जिसमें हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं।

कृष्ण कथा और गोमाता की महिमा का वर्णन

कथा के छठे दिन आचार्य रामेश्वर नारायण ने भगवान कृष्ण की लीलाओं और गोमाता की महिमा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने कहा कि गोमाता के दर्शन मात्र से अपार पुण्य की प्राप्ति होती है

उन्होंने कथा के दौरान एक रोचक प्रसंग साझा किया – एक बार माता लक्ष्मी ने गोमाता से उनके शरीर में निवास करने की इच्छा जताई। इस पर गोमाता ने उत्तर दिया कि उनके शरीर में तो पहले से ही करोड़ों देवताओं का वास है, इसलिए लक्ष्मी जी को गोबर में निवास करना चाहिए

गोबर का महत्व और सात्विक जीवनशैली

उन्होंने बताया कि गोबर से बनी खाद से अन्न उपजता है और प्राचीन काल में घरों को गोबर से लीपा जाता था, जिससे स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता था। इस प्रक्रिया से गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता था। साथ ही, गोबर के उपलों से बना भोजन सात्विक और स्वास्थ्यवर्धक होता है

जीवन और मृत्यु का सत्य

आचार्य रामेश्वर नारायण ने कहा कि मृत्युलोक में सभी को एक न एक दिन जाना ही है, लेकिन सच्चा जीवन वही है, जो पुण्य और सत्कर्म में समर्पित हो। गोमाता की सेवा और आध्यात्मिक आचरण से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page