लेटेस्ट न्यूज़

अभिनव जे जैन ने शादी के बाद यूपीएससी पास किया और आईएएस अधिकारी बने

यूपीएससी सक्सेस स्टोरी: वांछित की परीक्षा पास करना इतना आसान नहीं होता। इसे स्पष्ट करने के लिए न जाने कितने जतन करते हैं। आज आपको ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने परीक्षा में रैंक 14 लाख लाकर IAS बनने का सपना पूरा कर लिया है। हम बात कर रहे हैं नए जे जैन की। आइए जानते हैं इसके बारे में और कैसे की गई टॉपसी की तैयारी।

नई जे जैन का जन्म और नई-नजदी दिल्ली में हुई। कक्षा शिक्षा दिल्ली से की और फिर केमिकल इंजीनियरिंग, IIT खड़गपुर से ग्रेजुएशन की डिग्री ली। जिसके बाद IIT से स्ट्रेट प्राइवेट सेक्टर ज्वाइन किया और वहां करीब 3 साल तक काम किया। शुरुआत में, आईटीसी लिमिटेड के साथ लगभग 2 साल और फिर एक साल के लिए ओयो रूम्स के साथ काम किया था। ओयो रूम्स के साथ काम करते हुए उनका चढ़ाई सिविल सर्विस की ओर हुई। उन्हें यही समझ में आया कि उन्हें टरेससी की परीक्षा दी जानी चाहिए।

अभियुक्त ने बताया, होटल के कर्मचारियों को अपस्किल करने के लिए बाध्य किया गया था इंडिया मिशन के तहत OYO ने सरकार के साथ मिलकर काम किया था। यह एक दिन था जब होटल के कर्मचारियों के लिए एक अकाउंट वितरण सेरेमनी आयोजित की गई थी। जिसके बाद एक घर पर, जिसकी आंखों में आंसू थे, उसने मेरी तरफ देखकर कहा, सर, आपने मेरी जिंदगी बदल दी, ये मेरे लिए ऐतिहासिक पल है। हाउसकीपर की उन बातों की वजह से मैं उस रात सो नहीं सका था। मैंने सोचा कि अगर मेरा इतना छोटा काम किसी के जीवन को प्रभावित कर सकता है, तो क्या होगा अगर मैं IAS बनूँ, तो मैं बड़े पैमाने पर लोगों की मदद करसकगा। इसके बाद मैंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और मैन से सिविल सर्विसेज को आगे बढ़ाने का फैसला किया।

ऐसे शुरू की थी UPSC की तैयारी

नामांकित ने पहली मुख्य परीक्षा के सिलेबस को देखकर और बुक लिस्ट तैयार की। जिसमें एनसीईआरटी, लक्ष्मीकांत (राजनीति), डीडी बसु, स्पेक्ट्रम (आधुनिक इतिहास), लेक्सिकन (नैतिकता), रमेश सिंह (अर्थव्यवस्था), जीसी लियोंग (भूगोल) आदि शामिल था।

उन्होंने बताया, मैंने पुस्तकें एक-एक करके पढ़ना शुरू की। मैं समझ सकता था, लेकिन याद नहीं कर पाता था। ऐसा लग रहा था जैसे बिना किसी संरचना के तंत्र से पढ़ रहा हूं। मैंने खुद से सवाल किया – “मैं क्या कर रहा हूं?” “क्या मैं सिर्फ नाम के लिए बुकलिस्ट पर टिक लगाने के लिए पढ़ रहा हूं?”

जिसके बाद मुझे अपने लाभ को सीमित करने का महत्व हुआ। पुस्तकें फिर से पढ़ी गईं, महत्वपूर्ण बिंदुओं को अभिलेखों के रूप में अलग-अलग लिखा गया। एनसीईआरटी की किताबों को अच्छे से पढ़ें।

परीक्षा के लिए कैसा होना चाहिए अनुशासन

नामांकित ने बताया, इस परीक्षा की तैयारी के लिए अनुशासन जरूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप सुबह 5 बजे उठते हैं और आधी रात तक पढ़ाई करते हैं और उसी समय टेबल पर खाना दबाते हैं।

उन्होंने कहा, सबके सामने तैयारी करने का मतलब यह नहीं है कि आपको रोबोट/मैकेनिकल होना चाहिए। सही अनुशासन का अर्थ है एक योजना के साथ पढ़ाई करना और बुनियादी बातों पर टिके रहना और उन्हें फिर से संशोधित करना। इसी के साथ ज़ीरॉक्स नोट्स/जिस्ट/शॉर्टकट सामग्री के लिए एडवर्टर न भागें। अपना नोट्स खुद बनाएं, परीक्षा के आखिरी समय में वह रीडिजाइन करने में आपकी मदद कर सके।

जब 1 अंक से चूक गए थे तो नए थे

नया ने अपना पहला प्रयास 2017 में दिया था। पहले प्रयास में उनसे मुलाकात में शामिल होने का मौका मिला था, लेकिन रिजल्ट के दिन लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं था। वह सिर्फ 5 पॉइंट से चूक गए थे। वहीं दूसरा प्रयास यानी साल 2018 में वह प्रीलिम्स परीक्षा के आसपास बीमार हो गए थे और उस समय साफ नहीं हो पाए थे।

उन्होंने बताया, फिर मैंने अपना तीसरा प्रयास साल 2019 में दिया। जिसमें मैंने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी। साल 2019 में प्रीलिम्स क्लियर, मेन्स क्लीयर, इंटरव्यू भी ठीक रहा। मैं इस बार और विश्वास से भरा हुआ था। जब परिणाम आया तो मैं चकित रह गया, मेरा नाम शामिल नहीं था। मैं केवल 1 मार्क से फ़ाइल सूची से बाहर हो गया था।

जब हुई शादी और बदली किस्मत

अभिमन्यु ने बताया, मेरी शादी 2020 में हुई थी, मेरे मन में सिविल सर्विस की तैयारी छोड़कर अपने जीवन में आगे बढ़ने के विचार थे। मैं घर बसाने के बारे में सोच रहा था, लेकिन मेरे माता-पिता, पत्नी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मुझे एक और प्रयास करने के लिए प्रेरित किया और समर्थन दिया। मेरे भाइयों ने मुझे मेंटली सपोर्ट किया।

शादी के बाद ऐसे की गई थी ट्रेससी की तैयारी

हार को इतने करीब से चखने के बाद नौसिखिया कैसे भी करके इस बार सीढी पास करना चाहते थे। उन्होंने कहा, मैं अपने दस्तावेज़ों में सुधार किए बिना किसी बेहतर रिश्ते की उम्मीद नहीं कर सकता, इसलिए शादी के बाद भी मैं घर छोड़कर करोलबाग में अकेला रह रहा हूं। मैं और अधिक कठिन परिश्रम करने के लिए तैयार था। आंसर राइटिंग पर अधिक ध्यान दिया। वर्ष 2021 की परीक्षा का रिजल्ट आया तो खुशी का ठिकाना नहीं था। मैंने परीक्षा 14वीं रैंक के साथ पास कर IAS बनने का सपना पूरा कर लिया।

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page