छत्तीसगढ़रायपुर

छत्तीसगढ़ की माटी की खुशबू लेकर आ रही है एक संवेदनशील सिनेमाई प्रस्तुति – “माटी” का मोशन पोस्टर जारी

UNITED NEWS OF ASIA. पीताम्बर कुमार, रायपुर | छत्तीसगढ़ी सिनेमा को एक नई संवेदनशीलता और गहराई देने वाली फीचर फिल्म “माटी” का मोशन पोस्टर आज रायपुर प्रेस क्लब में एक गरिमामय कार्यक्रम में जारी किया गया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री के प्रतिष्ठित नाम सतीश जैन, मनोज वर्मा और रॉकी दासवानी ने मोशन पोस्टर का अनावरण किया।

“माटी” केवल एक प्रेम कथा नहीं, बल्कि बस्तर अंचल की आदिवासी संस्कृति, वहाँ की जल-जंगल-ज़मीन पर जारी संघर्ष, और बंदूक के साए में जीते मानव जीवन की त्रासदी की गहराई को उजागर करती है। यह फिल्म प्रेम को प्रतिरोध के रूप में प्रस्तुत करती है – जब संवाद बंदूक से होने लगते हैं, तब प्रेम सबसे प्रभावशाली प्रतिरोध बनता है।

फिल्म से जुड़े प्रमुख पहलू:

  • निर्माण संस्था: चंद्रिका फिल्म्स प्रोडक्शन

  • निर्माता: संपत झा

  • निर्देशक: अविनाश प्रसाद

  • पटकथा, छायांकन, संपादन: अविनाश प्रसाद

  • सहायक निर्देशक: मनोज पाण्डेय, आशुतोष प्रसाद

  • कैमरा असिस्टेंट: आदित्य प्रसाद, पद्म नाथ कश्यप

  • गीत-संगीत: मनोज पाण्डेय, संतोष दानी, यशपाल ठाकुर, दिलीप पाण्डेय

  • नृत्य निर्देशन: राकेश यादव, भूमिका साहा

  • रूपसज्जा एवं परिधान: राकेश यादव, रीना बघेल, सविता रामटेके, नीलिमा दास मानिकपुरी

  • बैकग्राउंड म्यूजिक: अमित प्रधान

  • ऑडियोग्राफी: नीरज वर्मा

  • वितरण: लक्की रंगशाही

  • पोस्टर डिज़ाइन: मंडल ग्राफिक्स

  • ग्राफिक्स सहयोग: चिली फिल्म्स

  • ट्रैक रिकॉर्डिंग: मिलन स्टूडियो

  • पोस्ट-प्रोडक्शन:  प्रसाद फिल्म्स

  • प्रोडक्शन कंट्रोल: शिराज गाज़ी

  • डिजिटल पार्टनर: दिग्विजय वर्मा, क्रिएटिव विजन

फिल्म की थीम

“माटी” की कहानी बस्तर की आत्मा से उपजी है। यह फिल्म दर्शकों को आदिवासी समाज के भीतर गहराई से झांकने का अवसर देगी – जहाँ परंपराएं हैं, संघर्ष है, और साजिशों के बीच अपनी पहचान बचाए रखने की जद्दोजहद है। यह फिल्म शोषण, प्रतिरोध और प्रेम के बीच जन्मी उस चेतना को स्वर देती है, जिसे आमतौर पर पर्दे पर दिखाना साहस की बात होती है।

निर्माण टीम का संदेश

निर्देशक अविनाश प्रसाद ने कहा कि “यह फिल्म एक प्रयास है छत्तीसगढ़ के उस बस्तर की कहानी कहने का, जो हमेशा हिंसा और माओवाद के नजरिए से देखा गया, लेकिन वहाँ के लोग, संस्कृति और संघर्ष की असली कहानी अब तक पर्दे से दूर रही है।

वहीं निर्माता संपत झा ने बताया कि “माटी सिर्फ फिल्म नहीं, छत्तीसगढ़ की अस्मिता की कहानी है। यह फिल्म राज्य की सिनेमाई सोच को नई ऊँचाई देगी।”

माटी” अपने पोस्टर से ही जिस तरह की गंभीरता, संवेदना और यथार्थवाद की झलक दिखा रही है, वह इसे छत्तीसगढ़ी सिनेमा की एक महत्वपूर्ण कड़ी बनाने वाला है। फिल्म के जल्द रिलीज़ की उम्मीद जताई जा रही है।

यह फिल्म उन दर्शकों के लिए है जो मनोरंजन के साथ-साथ जमीन से जुड़ी सच्ची कहानियों को समझना और महसूस करना चाहते हैं।

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page