मिडिल ईस्ट के तुर्किये और सीरिया में जबरदस्त भूकंप आया है। इस भूकंप की तीव्रता 7.8 मीटर है। इस भूकंप के कारण दोनों ही देशों में भारी तबाही मची है। भूकंप स्थानीय समय के अनुसार सुबह 4.17 बजे आया था। इस भूकंप के संकेत से कई लोग महसूस कर चुके हैं।
तुर्की और सीरया में भूकंप के जबरदस्त झटकों के कारण 195 से अधिक लोगों की मौत हुई है। छह जनवरी को इस भूकंप का रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7.8 इंची हो गई। इस भूकंप के कारण दक्षिण पूर्व तुर्की से लेकर सीरिया में भीषण तबाही हुई है। दोनों देशों में कई जगहों की इमारतें गिरी हैं। तुर्की में आए भूकंप से 76 और सीरिया में 42 लोगों की मौत हो गई।
इस भूकंप का प्रभाव इतना अधिक था कि माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में इसका कारण हो सकता है। जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र तुर्की का गाजियांटेप था, जो कि सीरिया सीमा से लगभग 90 किलोमीटर दूर है। सीरिया सीमा के पास होने से यहां भी भूकंप के संकेत मिलने लगे हैं। इस भूकंप से दोनों ही तबाही मची हुई है।
जानकारी के मुताबिक भूकंप सुबह 4.157 बजे आया था। भूकंप का केंद्र गाजियांटेप के पास था, जिसकी गहराई 17.9 किलोमीटर किलोमीटर हो गई है। इस भूकंप के संकेत बहुत अधिक तेज थे जिससे कई छतें क्षतिग्रस्त हो गईं। इस संबंध में तुर्की के राष्ट्रपति रजय तैयब इदुगान ने भी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि भूकंप के कारण कई दिशाओं में बचाव अभियान जारी है। राष्ट्रपति ने अपील की है कि इमारतों में स्थानीय लोगों के लिए प्रवेश ना करें।
इन झिझकते हुए महसूस करें
जानकारी के अनुसार भूकंप के संकेत के मुताबिक लेबनान, सीरिया आदि जगहों पर महसूस हो रहा है। सीरिया के अलेप्पो और हमा में भारी नुकसान हुआ है। भूकंप के झटकों के बाद लोग जान बचाने के लिए तैरने पर चले गए। यहां लगभग 40 कागजों तक लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए।
उत्तर पश्चिम में सीरिया के ‘सीरियन नागरिक प्रतिरक्षा’ ने यथास्थिति में कब्जे वाले क्षेत्र में स्थिति को ”विनाशकारी” बताया है, जिसमें दावा किया गया है कि इमारतों से कई लोग झांसे में आ गए हैं। बता दें कि भूकंप ऐसे समय में आया है, जब पश्चिम एशिया में बर्फीले तूफान की चिंगारी है, जिसके बृहस्पतिवार तक रहने के आसार हैं।