
UNITED NEWS OF ASIA. अमृतेश्वर सिंह,बिलासपुर। “एक श्रेष्ठ भारत, दिग्विजयी भारत, समरस भारत और समृद्ध भारत के निर्माण में प्रत्येक व्यक्ति को सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह प्रयास केवल संगठन का नहीं, अपितु सम्पूर्ण समाज की जागरूकता का प्रतीक है,” यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख दीपक विस्पुते ने व्यक्त किए।
वे कोनी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर परिसर में आयोजित कार्यकर्ता विकास वर्ग-प्रथम (सामान्य), मध्य क्षेत्र के समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। यह प्रशिक्षण वर्ग 18 मई से प्रारंभ होकर 7 जून तक चला, जिसमें मध्य क्षेत्र के 308 स्थानों से 382 स्वयंसेवकों ने सहभागिता की। इनमें छात्र, कृषक, व्यवसायी, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, प्राध्यापक सहित विभिन्न वर्गों के लोग शामिल थे।
दैनिक अनुशासन और गहन प्रशिक्षण रहा केंद्र में
प्रशिक्षण वर्ग प्रतिदिन सुबह 4:15 बजे से रात 10:15 बजे तक संचालित हुआ, जिसमें शारीरिक प्रशिक्षण, बौद्धिक सत्र, श्रम साधना, संपर्क, सेवा व प्रचार विभागों से संबंधित व्यावहारिक सत्र आयोजित किए गए। वर्ग में 58 शिक्षक और 13 पालक कार्यकर्ता पूर्णकालिक रूप से उपस्थित रहे।
प्राचीन गौरव और आधुनिक लक्ष्य का समन्वय: दीपक विस्पुते
दीपक विस्पुते ने अपने उद्बोधन में कहा, “हजार वर्षों की गुलामी ने समाज में आत्महीनता और सामाजिक विकृति पैदा की, किंतु हिंदू समाज की मूल चेतना कभी समाप्त नहीं हुई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज में अनुशासन, देशभक्ति और संगठन का भाव जाग्रत कर एक वैभवशाली भारत की पुनर्रचना में सतत प्रयासरत है।”
उन्होंने संघ द्वारा चलाए जा रहे पंच परिवर्तन अभियान की भी जानकारी दी और 2047 तक भारत को वैश्विक नेतृत्व के लिए तैयार करने के संकल्प को दोहराया।
विशिष्ट अतिथि का प्रेरक वक्तव्य
समारोह के मुख्य अतिथि, छत्तीसगढ़ लोकनाचा राष्ट्रीय रासधारी (रहस) के डॉ. उग्रसेन कन्नौजे ने इसे अपने जीवन का ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने कहा, “मैंने कई मंच देखे, लेकिन संघ के इस गरिमामयी आयोजन में मुख्य अतिथि बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यहां हो रहा समाज निर्माण कार्य अद्भुत है।”
पर्यावरण और स्वावलंबन पर विशेष बल
5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर स्वयंसेवकों ने पौधरोपण किया। वर्ग के दौरान प्लास्टिक रिसाइक्लिंग, सीड बॉल निर्माण और पर्यावरण प्रदर्शनी जैसे रचनात्मक प्रयास किए गए। सेवा, स्वावलंबन और प्रचार विभागों की प्रदर्शनी ने सभी को आकर्षित किया।
युवाओं की भागीदारी बनी वर्ग की पहचान
इस प्रशिक्षण वर्ग में 30 वर्ष से कम आयु के 226 स्वयंसेवक शामिल थे, जो सामाजिक बदलाव के लिए तैयार दिखाई दिए। इस युवा शक्ति की सक्रियता वर्ग की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
समापन समारोह में विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
समारोह में घोष, समता, नियुद्ध, दंड संचालन एवं राष्ट्रभक्ति गीतों की मनोहारी प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में अमृत वचन और एकल गीत भी प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में बिलासपुर विभाग के संघचालक डॉ. राजकुमार सचदेव, वर्ग सर्वाधिकारी अनिरुद्ध काउरवार, वर्ग पालक अधिकारी प्रवीण गुप्त, मध्यक्षेत्र प्रचारक स्वप्निल कुलकर्णी, सह क्षेत्र प्रचारक प्रेम सिदार, सुरेश (व्यवस्था प्रमुख), कैलाश (प्रचार प्रमुख) समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन गणपति रायल ने किया।
यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..
आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें
विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787
निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News
Now Available on :