छत्तीसगढ़

लोकतंत्र रक्षकों के वंशजों की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ठोस पहल

UNITED NEWS  OF  ASIA. अमृतेश्वर सिंह, रायपुर | 1975-77 का आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का वह दौर है, जब लाखों नागरिकों ने अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए साहसिक कदम उठाए। उन्होंने जेलें भरीं, यातनाएं सही और लोकतंत्र बचाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।
आज, इन लोकतंत्र रक्षकों के कई परिवार—विशेषकर उनके बच्चे—सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ेपन का सामना कर रहे हैं।

“युवा संकल्प” योजना:
लोकतंत्र रक्षक संघ छत्तीसगढ़, अध्यक्ष श्री सच्चिदानंद उपासने जी के नेतृत्व में, “युवा संकल्प” परियोजना प्रारंभ कर रहा है। इसका उद्देश्य MISA बंदियों के वंशजों को कौशल, रोजगार और आत्मनिर्भरता के अवसर प्रदान करना है।

मुख्य घटक:

  1. कौशल विकास प्रशिक्षण – कंप्यूटर, डिजिटल मार्केटिंग, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, फूड प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि।

  2. उद्यमिता प्रोत्साहन – व्यवसाय शुरू करने हेतु मार्गदर्शन, संसाधन और नेटवर्किंग।

  3. मानसिक सशक्तिकरण – आत्मविश्वास, नेतृत्व एवं समाजिक जुड़ाव गतिविधियां।

  4. रोज़गार / स्वरोज़गार अवसर – प्रशिक्षुओं को सरकारी योजनाओं, बैंकों एवं निजी क्षेत्र से जोड़ना।

संचालन टीम:
श्री सिद्धार्थ सुबोध पांडे (तकनीकी सलाहकार), सुहास देशपांडे, आलोक श्रीवास्तव, मोहन पवार, हेमंत उपासने, हार्मिन्दर सिंह टिन्ना एवं शरद श्रीवास्तव।

बजट एवं विस्तार योजना:

  • कुल अनुमानित बजट: ₹20-25 लाख (इंफ्रास्ट्रक्चर, मशीनरी, मास्टर ट्रेनर, सामग्री, मार्केटिंग, प्रबंधन)।

  • उद्देश्य: इसे एक मॉडल केंद्र बनाना जिसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सके।

समर्थन की अपील:
यह केवल एक योजना नहीं बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है—लोकतंत्र के सच्चे रक्षकों के परिवारों को गरिमा, अवसर और आत्मनिर्भरता दिलाने की दिशा में ठोस कदम।
हम समाज के सभी वर्गों, मीडिया, जनप्रतिनिधियों, CSR संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों से आग्रह करते हैं कि इस मुहिम का हिस्सा बनें।

नारा:
“जब समाज साथ चलता है, तो परिवर्तन स्थायी होता है।”

लोकतंत्र रक्षकों के वंशजों की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ठोस पहल)

संदर्भ:
1975-77 का आपातकाल भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का वह दौर है, जब लाखों नागरिकों ने अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए साहसिक कदम उठाए। उन्होंने जेलें भरीं, यातनाएं सही और लोकतंत्र बचाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।
आज, इन लोकतंत्र रक्षकों के कई परिवार—विशेषकर उनके बच्चे—सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ेपन का सामना कर रहे हैं।

“युवा संकल्प” योजना:
लोकतंत्र रक्षक संघ छत्तीसगढ़, अध्यक्ष श्री सच्चिदानंद उपासने जी के नेतृत्व में, “युवा संकल्प” परियोजना प्रारंभ कर रहा है। इसका उद्देश्य MISA बंदियों के वंशजों को कौशल, रोजगार और आत्मनिर्भरता के अवसर प्रदान करना है।

मुख्य घटक:

  1. कौशल विकास प्रशिक्षण – कंप्यूटर, डिजिटल मार्केटिंग, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, फूड प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि।

  2. उद्यमिता प्रोत्साहन – व्यवसाय शुरू करने हेतु मार्गदर्शन, संसाधन और नेटवर्किंग।

  3. मानसिक सशक्तिकरण – आत्मविश्वास, नेतृत्व एवं समाजिक जुड़ाव गतिविधियां।

  4. रोज़गार / स्वरोज़गार अवसर – प्रशिक्षुओं को सरकारी योजनाओं, बैंकों एवं निजी क्षेत्र से जोड़ना।

संचालन टीम:
श्री सिद्धार्थ सुबोध पांडे (तकनीकी सलाहकार), सुहास देशपांडे, आलोक श्रीवास्तव, मोहन पवार, हेमंत उपासने, हार्मिन्दर सिंह टिन्ना एवं शरद श्रीवास्तव।

बजट एवं विस्तार योजना:

  • कुल अनुमानित बजट: ₹20-25 लाख (इंफ्रास्ट्रक्चर, मशीनरी, मास्टर ट्रेनर, सामग्री, मार्केटिंग, प्रबंधन)।

  • उद्देश्य: इसे एक मॉडल केंद्र बनाना जिसे अन्य राज्यों में भी लागू किया जा सके।

समर्थन की अपील:
यह केवल एक योजना नहीं बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है—लोकतंत्र के सच्चे रक्षकों के परिवारों को गरिमा, अवसर और आत्मनिर्भरता दिलाने की दिशा में ठोस कदम।
हम समाज के सभी वर्गों, मीडिया, जनप्रतिनिधियों, CSR संस्थाओं और शिक्षण संस्थानों से आग्रह करते हैं कि इस मुहिम का हिस्सा बनें।

नारा:
“जब समाज साथ चलता है, तो परिवर्तन स्थायी होता है।”

 


यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ़ एशिया पर खबरों का विश्लेषण लगातार जारी है..

आपके पास किसी खबर पर जानकारी या शिकायत है ?
संपर्क करें unanewsofficial@gmail.com | 8839439946, 9244604787

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें


विज्ञापन के लिए संपर्क करें : 9244604787


निष्पक्ष और जनसरोकार की पत्रकारिता को समर्पित
आपका अपना नेशनल न्यूज चैनल UNA News

Now Available on :

Show More
Back to top button

You cannot copy content of this page