नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के बाद अब तक का सबसे बड़ा चमत्कार सामने आया है। बचाव और राहत दल ने डबबी के नीचे 2 महीने की बच्ची को बचाया है। राहत दल भी जिंदा इस बच्ची को देखकर दंग रह गए। सोशल मीडिया पर भारी संख्या में राहत और बचाव दलों के साथ स्थानीय लोग भी मौजूद हैं। मलबे को जैसे-जैसे हटा दिया गया, वैसे-वैसे एक प्राचीन सजीव बाहर आने को तड़पती देखा। पूरा मलबा हटते ही राहत कर्मियों ने बच्ची को गोद में लेकर आउट आउट किया तो हैरान रह गए। राहत कर्मियों की गोद में ही बच्ची ने कब्जा कर लिया और दुर्घटना-उद्देश्य से नजरें उठा रही हैं। यह देखकर एक राहतकर्मी ने अपना माथा चूम लिया और भगवान का धन्यवाद किया।
ग्लोब से 3 दिन बाद किसी बड़े चमत्कार से कम नहीं था। राहत कर्मी ने दूसरे कर्मचारियों के बच्चे को थमाया तो वह भी अपने गोद में उसे देर तक दुलार करते रहे। फिर उसे प्रारंभिक जांच और उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। लोग यह हैरान हो रहे थे कि आखिरकार बिना कुछ खाए-पिए यह बच्ची 3 दिनों तक सही कैसे जिंदा रही। इसी तरह एक दिन पहले 2 महीने की एक और बच्ची को भी मलबे से बचाया गया था। वह बच्ची भी 48 घंटे बाद मलबे से जलकर खाक हो गई थी। मलबे से निकाले जाने के बाद राहत कर्मियों ने बताया कि उन्होंने बचाव करते समय देखा कि बच्ची अंगूठा चूसते हुए मलबे में दबी पड़ी थी।
कुदरत के कहर के बाद कुदरत ने ही करिश्मा दिखाया
लोगों ने 3 दिन पहले जिस कुदरत का कहर देखा था। आज उसी कुदरत का ये करिश्मा देखकर हर कोई हैरान हो रहा है। बच्ची को बचाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है। जिसे देखकर हर कोई भगवान का शुक्रिया अदा कर रहा है। इसी तरह तुर्की में करीब 53 घंटे बाद 1 साल के एक अन्य बच्चे को भी राहत कर्मियों ने छुड़ाया है। यह बच्चा भी रचना के नीचे दबा था। तीसरे दिन उन्हें जिंदा देखकर टीम हैरत में पड़ गई। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इन दोनों वीडियो को देखकर आप कह सकते हैं कि “जाको राखे सायंया मार विशेष न कोय”। आपको बता दें कि तुर्की और सीरिया में भूकंप से अब तक 11000 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका हो चुकी है। आशंका है कि अभी गलती का पात्र और भी बढ़ सकता है।
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