
एमपी बोर्ड समाचार: माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित परीक्षाओं में घोर जैसी और साख बनाए रखने में नाकाम रहने पर 9 केंद्र अध्यक्षों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह पहला मौका है जब सरकार की ओर से इतने ठोस कदम तय किए जा रहे हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से लोक शिक्षण संचनालय को चिट्ठी लिख बताया गया था कि खींच के घाटीगांव स्थित उच्च विद्यालय के प्राचार्य हुकुमचंद लाखोरिया, बड़वानी के पाटी विकासखंड स्थित ऊपरी माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक बल सिंह चौहान, बड़वानी के ही शिक्षक दिलीप सिंह अवस्या, रायसेन के ईटखेड़ी स्थित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक रमाशंकर अहिरवार, रायसेन के ही शिक्षक निर्भय सिंह, राजगढ़ के जीरापुर स्थित शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय की शिक्षिका लाइन बैरागी, शिक्षक राम सागर शर्मा, नामांकन के लश्कर स्थित शासकीय कन्या द्वितीय विद्यालय के शिक्षक विवेक कुमार लटौरिया और राजगढ़ के पिपलिया कुलमी स्थित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक धनराज पाटीदार की चक्की के सामने आया है।
इसकी जांच की प्रमाणिकता और गोपनीयता भंग हो गई है, यह चिट्ठी मिलने के बाद परिचालन लोक शिक्षण ने सभी नो सेंटर अध्यक्ष को निलंबित कर दिया है।
‘विश्वसनीयता और गोपनीयता से कोई समझौता नहीं’
बता दें कि यह पहला मौका है जब एक साथ बड़ी संख्या में कार्रवाई हुई है। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की छूट नहीं मिलेगी। शोषकों कि माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड द्वारा बोर्ड की परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें गोपनीयता का विशेष ध्यान रखा जाता है।
इन शिक्षकों और प्राचार्यों की वजह से गोपनीयता भंग हुई है, जिसकी वजह से जांच की रेकॉर्डिंग पर भी सवालिया निशान लगा है।
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