आदित्यनाथ होली के मौके पर यहां घण्टाघर से राष्ट्रीय कार्यकर्ता संघ, श्री होलिक उत्सव समिति की ओर से निकाले जाने वाली रंगभरी शोभायात्रा के उद्घाटनअवसर पर बोल रहे थे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि इसके विपरीत निशान में “हमारी सांस्कृतिक शक्तियां हैं। सामूहिकता के भाव से जूझकर एक दूसरे का संबल बनने की विशेषता है।” आदित्यनाथ ने कहा, “हम संघर्षों से जूझने और सामूहिकता के बल पर आगे बढ़ने की प्रेरणा प्राचीन पर्वों-त्योहारों की श्रृंखला और समृद्धशाली संस्कृति से प्राप्त करते हैं।” आदित्यनाथ होली के मौके पर यहां घण्टाघर से राष्ट्रीय कार्यकर्ता संघ, श्री होलिक उत्सव समिति की ओर से निकाले जाने वाली रंगभरी शोभायात्रा के उद्घाटनअवसर पर बोल रहे थे।
सभी नागरिकों को होली की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा, “हम सामूहिकता के भाव से उत्साह, उमंग और सकारात्मकता को एक दूसरे में जारी रखते हुए आगे बढ़ते रहेंगे तो समाज में कहीं भी कोई कमी नहीं रहेगी। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ विकास की सोच वाली सरकार भी यही काम करती है।” उन्होंने कहा, “हमारी ऋषि परंपरा ने विशिष्ट घटनाओं को प्रासंगिक रहने की प्रेरणा दी है। ये पर्व हमें मिलाजुल कर समाज को समृद्ध बनाने और राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। ”
भोपाल ने कहा, “होली हो या दीवाली, रक्षाबंधन हो या शिवरात्रि या फिर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, श्रीरामनवमी। कोई भी त्योहार एकाकीपन की पहल नहीं। हमारे पर्व और त्यौहार सामूहिकता के दर्शन हैं।” आदित्यनाथ ने कहा, “जैसे एक व्यक्ति से यज्ञ नहीं हो सकता उसी तरह से एकाकी भावना से पर्व व त्योहार भी मनाए जा सकते हैं।” उन्होंने कहा, “हमारे पर्व और त्योहार सामाजिक, सांस्कृतिक यज्ञ हैं और जब हम सामूहिकता के भाव से जुड़ते हैं तो पर्व की खुशियां कई गुना बढ़ जाती हैं।” इसके बाद भाग ने भगवान नरसिंह की विधान से आरती उत्ती। उन्हें नारियल, गुझिया के साथ रंग, अबीर, गुलाल निरुपित।
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