लेटेस्ट न्यूज़

केरल यूनिवर्सिटी ने छात्राओं को छह महीने तक का रिश्तेदारी छोड़ने का फैसला लिया

प्रतिरूप फोटो

गूगल क्रिएटिव कॉमन्स

तिरुवनपुरम स्थित केरल विश्वविद्यालय ने नौकरी पिनरायी विजयन की हाल की घोषणा के बाद यह निर्णय लिया। विजयन ने कहा था कि राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के तहत आने वाले सभी कक्षाओं में महिला छात्राओं को मासिक और अल्पसंख्यक छुट्टी दी जाएगी।

कोट्टायम में महात्मा गांधी विश्वविद्यालय से प्रेरणा लेते हुए केरल में एक और विश्वविद्यालय ने 18 साल से अधिक आयु की अपनी छात्राओं को छह महीने की फोटोग्राफी छोड़ने का फैसला किया है। तिरुवनपुरम स्थित केरल विश्वविद्यालय ने नौकरी पिनरायी विजयन की हाल की घोषणा के बाद यह निर्णय लिया। विजयन ने कहा था कि राज्य सरकार के उच्च शिक्षा विभाग के तहत आने वाले सभी कक्षाओं में महिला छात्राओं को मासिक और अल्पसंख्यक छुट्टी दी जाएगी।

केरल विश्वविद्यालय ने अपने आदेश में कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाली लड़कियों के लिए विशेष माहवारी अवकाश देने का आदेश जारी किया था और छात्राओं के लिए माहवारी अवकाश सहित उपस्थिति की सीमा 73 प्रतिशत तय की थी। साथ ही उसने 18 साल से अधिक उम्र की लड़कियों के लिए पासपोर्ट छुट्टी की अनुमति दी थी। विश्वविद्यालय संघ ने 19 जनवरी को संकल्प लिया था कि यदि होस्ट छह महीने तक का प्रवासी छुट्टी ले लेता है तो वह फिर से माइग्रेट करने के लिए कॉलेज से जा सकता है।

महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ने हाल में अपनी छात्राओं को दो महीने की पासपोर्ट छुट्टी देने का फैसला लिया था। कोचीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीयूएसएटी) ने अपनी छात्राओं को माहवारी छुट्टी देने का फैसला लिया था जिसके बाद उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू ने कहा था कि सरकार ने विभाग के तहत आने वाले राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में इसे लागू करने का फैसला लिया है।

अस्वीकरण:प्रभासाक्षी ने इस खबर को निराशा नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआइ-भाषा की भाषा से प्रकाशित की गई है।



Show More

Saurabh Namdev

| PR Creative & Writer | Ex. Technical Consultant Govt of CG | Influencer | Web developer
Back to top button

You cannot copy content of this page