पाकिस्तान कीखबरें: रविवार के दिन इमरान खान की गिरफ्तारी को लेकर पाकिस्तान के लिए सियासी ड्रामा से कम नहीं नजर आ रहा है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की आज पुलिस गिरफ्तारी हुई। पुलिस के पहुंचने के बाद इमरान खान की पार्टी पीटीआई कार्यकर्ता इमरान खान के ठिकाने पर लग गए। पाकिस्तान मीडिया के मुताबिक पुलिस का कहना है कि पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार करने की अभी कोई योजना नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के घर गैर जमानती वारंट लेकर पहुंचने पर पुलिस को खाली हाथ लौटा दिया जाता है।
पाक मीडिया के मुताबिक जब इमरान के घर पहुंचे पुलिस अधीक्षक तो वहां के पूर्व प्रधानमंत्री नहीं मिले। तलाशी लेने के बाद पुलिस वापस लौटें आई। दरअसल, तोशखाना मामले में पूर्व पीएम पीएम पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है। स्कोरा आईजी ने आज ही इमरान की गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। हालांकि आज इमरान की गिरफ्तारी की संभावना कम नजर आ रही है। खुद के पाक गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने आज गिरफ्तारी की संभावना नहीं होने का संकेत दिया है। इस मामले में अब ताजा स्थिति से न्यायालय को अवगत कराया जाएगा। जानकारी के अनुसार अगली कार्रवाई कोर्ट के आदेश के आधार पर होगी।
हालांकि करोड़ों पुलिस के पास गिरफ्तारी वारंट है। पुलिस के मुताबिक, जब एसपी और पुलिस इमरान के घर पहुंची तो वे वहां कमरे में नहीं मिले। दरअसल, मामला यह है कि कोर्ट ने फ्रिंज पुलिस को कहा है कि इमरान खान को गिरफ्तार करके 7 मार्च तक पेश किया जा सकता है।
इमरान अपराध की पुलिस से हुई झूमाझटकी
उरदर, इमरान के बंधुओं और पुलिस के बीच झूमाझटकी हुई है। इमरान के दस्तावेजों का अंधेरा उनके आवास के बाहर देखने को मिल रहा है। बता दें कि एडिशनल सेशन जज जफर इकबाल ने 28 फरवरी को पूर्व प्रधानमंत्री की गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। इस शेयर में आरोपी पुलिस रविवार को तोशखाना मामले में गिरफ्तारी वारंट के साथ इमरान खान के जाम पार्क स्थित आवास पर पहुंची थी।
पुलिस की गिरफ्तारी की कोशिश अवैध: फवाद चौधरी
शोक, पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि कोर्ट का वारंट वारंट था। गिरफ्तारी की पुलिस की कोशिश अवैध थी। सरकार उन्हें गिरफ्तार करके दंगा सपने देखना चाहती है। दरअसल, तोशखाना मामले में सुनवाई के लिए नहीं पहुंचे इमरान, बता दें कि बीते 28 फरवरी को कई मामलों में इमरान की पेशी हुई, अलग-अलग कोर्ट में सुनवाई हुई। कई जगहों से तो उन्हें राहत मिल रही थी, लेकिन तोशखाना मामले में वे गिरफ्तारी की तलवार लटक गए।
क्या है टूटना मामला?
तो ब्रांचना कैबिनेट का एक विभाग है, जहां अन्य देशों के सदस्य, राष्ट्रप्रमुख और विदेशी फाइल द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहारों को रखा जाता है। चेतावनी के तहत किसी दूसरे देश के मुखिया या गणमान्य लोगों से मिले उपहारों को तोशाखाना में रखा जाना जरूरी है। इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें अरब देशों की बातचीत के दौरान वहां के शासकों से महंगे उपहार मिले थे। जिन्हें इमरान ने तोशाखाना में जमा कर दिया था। लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से माउस बांधों को खरीदा और बड़े देय में बेचा।
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