इसी तरह नई दिल्ली में ब्रिटिश राजयोग ने भारतीय स्नातकों के लिए प्रक्रिया शुरू की है। दोनों देशों के बीच पिछले साल नवंबर में हुए समझौते के तहत 18 से 30 साल की उम्र के भारतीय और ब्रिटिश नागरिक दो साल तक एक दूसरे के यहां रहने और काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने न्यू यंग प्रोफेशनल प्लान (वाईएपीएस) के तहत आवेदन करने को लेकर ब्रिटेन के युवाओं के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया मंगलवार को शुरू कर दी। इसी तरह नई दिल्ली में ब्रिटिश राजयोग ने भारतीय स्नातकों के लिए प्रक्रिया शुरू की है। दोनों देशों के बीच पिछले साल नवंबर में हुए समझौते के तहत 18 से 30 साल की उम्र के भारतीय और ब्रिटिश नागरिक दो साल तक एक दूसरे के यहां रहने और काम करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
योजना के तहत वीजा के लिए आवेदन करने वाले आवेदन में कुछ निर्धारित मानदंड, एक स्नातक की डिग्री और उनके टेंट के लिए काफी कुछ शामिल हैं। ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रमडोरईस्वामी ने ट्विटर पर योजना की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा, ”करीब एक महीने पहले घोषित युवा पेशेवर योजना के तहत भारत और ब्रिटेन के युवा एक बार में दो साल तक दूसरे देश में जा सकते हैं।”
उन्होंने कहा, ”मुझे आपको यह कथन हुए खुशी हो रही है कि यह योजना 28 फरवरी से शुरू हो रही है। भारतीयों के ब्रिटेन आने और ब्रिटिश नागरिकों के भारत जाने के लिए क्रमशः दिल्ली और लंदन में एक साथ शुरू होगा। । आवेदन वीएफएस ग्लोबल वीजा सेवा प्रदाताओं के माध्यम से ई-1 वीजा के तहत किया जाता है। प्रत्येक प्रमाणपत्र को आवेदन जमा करने के समय 30 दिनों की न्यूनतम अवधि के लिए 2,50,000 रुपये के बराबर झलक दिखाने की आवश्यकता होगी।
भारतीय उच्चायोग की वेबसाइट के अनुसार आपके प्रवास के दौरान निर्धारित क्षेत्र में नौकरी कर सकते हैं। हालांकि रक्षा, दूरसंचार, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रणनीतिक रूपरेखा, नागर विमानन, मानव, परमाणु ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी परियोजनाओं को इसके दायरे से बाहर कर दिया गया है। नई दिल्ली में ब्रिटिश उच्चायोग योजना के तहत योग्य भारतीयों के लिए पहले चरण में 2400 वीजा प्राप्त करना उपलब्ध होगा। इसके लिए मंगलवार दोपहर शुरू हुई और दो मार्च तक जारी रहेगी। इस प्रक्रिया में सफल रहने वाले उम्मीदवार आगे के चरण में निर्धारित समय सीमा के भीतर वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं। सफल उम्मीदवार के लिए वीजा के लिए आवेदन करने के छह महीने के भीतर ब्रिटेन की यात्रा की जाएगी।
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